केंद्रीय एमएसएमई मंत्री श्री नारायण राणे और एमएसएमई राज्य मंत्री श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा के साथ-साथ कई राज्य मंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों द्वारा तमिलनाडु के कोयंबटूर में ‘एंटरप्राइज इंडिया नेशनल कॉयर कॉन्क्लेव 2022’ का उद्घाटन किया गया। नारियल उत्पादक राज्यों के ग्रामीण भागों में कॉयर सेक्टर (coir sector) 7 लाख से अधिक लोगों को रोजगार देता है। इससे भी अधिक दिलचस्प बात यह है कि इनमें से 80 प्रतिशत कार्य करने वाली महिलाएं हैं, हालांकि उत्पादन अब तक देश के दक्षिणी नारियल उत्पादक राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों तक ही सीमित रहा है।
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प्रमुख बिंदु (Key Points):
MSME मंत्रालय देश भर के अन्य राज्यों में कॉयर उत्पादन का विस्तार करने की योजना बना रहा है, और सरकार ने उपभोक्ता और औद्योगिक उद्देश्यों के लिए कॉयर के उपयोग को लोकप्रिय बनाने के लिए कई उपाय किए हैं, विशेष रूप से कई ग़ैर-अवक्रमणीय सामग्रियों के विकल्प के रूप में।
इस आयोजन में 44 कॉयर और कॉयर उत्पाद निर्माण/निर्यात करने वाली संस्थाओं को कॉयर उद्योग पुरस्कार प्रदान किए गए।
कॉयर बोर्ड ने नए कॉयर उत्पादों का भी अनावरण किया जैसे कि कॉयर कम्पोजिट फ्रूट बाउल, जियो-टेक्सटाइल शैडो लैंप, कॉयर बटन, कॉयर ऑटो मिरर कवर, एक फ्लैट आयताकार ट्रे, और एक सर्टिफिकेट होल्डर, साथ ही मैनुअल ऑफ कॉयर टेक्नोलॉजीज का प्रकाशन, बुक्स ऑन कॉयर पिथ, जियो-टेक्सटाइल्स और कॉयर फ्लोर फर्निशिंग।
एक प्राकृतिक, बायोडिग्रेडेबल और पर्यावरण की दृष्टि से लाभकारी वस्तु के रूप में कॉयर के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए ‘रन फॉर कॉयर’ आयोजित किया जाएगा। ऐसा अनुमान है कि इसमें हजारों लोग शामिल हुए हैं, जिनमें गणमान्य व्यक्ति, कॉलेज के छात्र और आम जनता शामिल हैं।
उपस्थित लोग:
तमिलनाडु और असम के उद्योग/एमएसएमई मंत्री, साथ ही कोयंबटूर के एक विधायक और विभिन्न राज्यों के 11 प्रधान सचिवों/निदेशकों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।