अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार जीत हासिल की है। यह लगातार दूसरा मौका है जब आम आदमी पार्टी ने देश की सबसे बड़ी दोनों पार्टियों को एकतरफा जीत से हराया है, जिसमे आप रोकने में फिर से नाकाम हुई और एक अंक पर सिमटने वाली भाजपा को आठ सीटे मिली जबकि कांग्रेस पिछली बार की तरह अपना खाता भी नहीं खोल पाई और कोई भी सीट हासिल नही कर सकी। आम आदमी पार्टी (आप) ने साल 2015 के विधानसभा चुनाव में कुल 70 में से 67 सीटें जीती थीं। भाजपा ने इस बार आठ सीटें जीती जो 2015 के विधानसभा चुनाव से पांच ज्यादा हैं। हालांकि, पार्टी पिछले चुनावों के मुकाबले इस बार अपने वोट शेयर में 6% से अधिक की वृद्धि पाने में सफल रही। लगभग 0.5% मतदाताओं ने NOTA (उपरोक्त में से कोई नहीं) का उपयोग किया।
आम आदमी पार्टी के जीतने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में – नई दिल्ली से मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पटपड़गंज से मनीष सिसौदिया, बाबरपुर से गोपाल राय, शकूरबस्ती से सत्येन्द्र जैन, राजेन्द्र नगर से राघव चड्डा, मंगोलपुरी से राखी बिड़ला और अंबेडकर नगर से अजय दत्त शामिल हैं, इसमें सबसे बड़ी जीत बुरारी विधानसभा सीट से संजीव झा ने 88,000 से अधिक वोटो के अंतर से दर्ज की।
अरविंद केजरीवाल ने तीसरी बार आम आदमी पार्टी में विश्वास जताने के लिए दिल्ली के लोगों का धन्यवाद किया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि “यह उन लोगों की जीत है जो मुझे अपना बेटा मानते हैं और आप को वोट देते हैं”। उन्होंने कहा, “यह एक नई तरह की राजनीति की शुरुआत है”।
दिल्ली विधानसभा चुनाव-2020 के परिणाम में पार्टियों का वोट शेयर
- आम आदमी पार्टी- 53.57%
- भारतीय जनता पार्टी- 38.51%
- भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस- 4.26%
- जनता दल (यूनाइटेड) – 0.91%
- बहुजन समाज पार्टी- 0.71%
- उपरोक्त में से कोई नहीं (NOTA) – 0.46%
- लोक जनशक्ति पार्टी- 0.35%
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी- 0.02%
- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी- 0.02%
- भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) – 0.01%
आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविंद केजरीवाल 16 फरवरी को नई दिल्ली के रामलीला मैदान में दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करेंगे।



संयुक्त राष्ट्र प्रणाली: मुख्य निकाय, को...
मिज़ोरम के पूर्व राज्यपाल स्वराज कौशल का...
राष्ट्रीय संरक्षण कार्यक्रम: भारत में बा...

