केंद्र सरकार ने चीन से लगी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर सशस्त्र बलों की लड़ाकू क्षमताओं को मजबूत करने के लिए बड़ा फैसला लिया। रक्षा मंत्रालय ने 4,276 करोड़ रुपये की लागत से हेलीना एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल समेत तीन खरीद प्रस्तावों को मंजूरी दे दी। इनमें दो प्रस्ताव थल सेना और तीसरा नौसेना के लिए है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता वाली रक्षा खरीद परिषद (डीएसी) ने प्रस्तावों को मंजूरी दी है।
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रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रक्षा खरीद परिषद ने टैंक रोधी गाइडेड मिसाइल- हेलीना, लॉन्चर और अन्य संबंधित सहायक उपकरणों की खरीद के लिए अपनी सहमति दे दी है, जिसे उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर (एएलएच) में लगाया जाएगा। यह मिसाइल दुश्मन के खतरों का मुकाबला करने के लिए एएलएच को हथियार से लैस करने की प्रक्रिया का एक अनिवार्य हिस्सा है। इसके शामिल होने से भारतीय सेना की लड़ाकू क्षमता मजबूत होगी।
मंत्रालय ने कहा कि डीएसी ने डीआरडीओ द्वारा डिजाइन और विकासित की गई वीएसहोराड मिसाइल प्रणाली की खरीद को लेकर एओएन को भी मंजूरी दी है। मंत्रालय ने कहा कि देश की उत्तरी सीमाओं पर हुए हाल के घटनाक्रमों को देखते हुए रक्षा तंत्र में प्रभावी वायु रक्षा (एडी) हथियार प्रणालियों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत महसूस की गई है, खासतौर ऐसी हथियार प्रणाली जिसे मानवीय स्तर पर कहीं भी लाया या पहुंचाया जा सकता हो और जो देश के ऊबड़-खाबड़ क्षेत्रों व समुद्री इलाकों में तेजी से तैनात की जा सकती हो।