भारत की “सुपरमॉम (Supermom)” बाघिन, जिसे ‘कॉलरवाली (Collarwali)’ के नाम से जाना जाता है, का वृद्धावस्था के कारण मध्य प्रदेश के पेंच टाइगर रिजर्व (Pench Tiger Reserve – PTR) में निधन हो गया है। यह 16 साल से अधिक पुराना था। ‘कॉलरवाली’ बाघिन अपने जीवनकाल में 29 शावकों को जन्म देने के लिए जानी जाती थी, जिसे विश्व रिकॉर्ड माना जाता है।
Buy Prime Test Series for all Banking, SSC, Insurance & other exams
हिन्दू रिव्यू दिसम्बर 2021, Download Monthly Hindu Review PDF in Hindi
वन विभाग द्वारा बाघिन को आधिकारिक नाम टी-15 दिया गया था, लेकिन स्थानीय लोग उसे प्यार से ‘कॉलरवाली’ कहते थे। 2008 में एक रेडियो कॉलर के साथ फिट होने वाली पार्क में पहली बाघिन बनने के बाद उसने कॉलरवाली का खिताब हासिल किया। इस सुपरमॉम के महत्वपूर्ण योगदान के कारण मध्य प्रदेश को ‘टाइगर स्टेट’ के रूप में भी पहचान मिली।