पूर्व में नेवेली लिग्नाइट कॉर्पोरेशन, कोल इंडिया और एनएलसी इंडिया (NLCIL), संयुक्त रूप से 5000 मेगावॉट बिजली उत्पादन क्षमता स्थापित करेंगे, जिसमें 3000 मेगावाट सौर संचालित होगा जबकि शेष 2000 मेगावाट कोयले से उत्पादित होगा. सीआईएल और CIL और NCIL ने परियोजनाएं के कार्यवाहन के लिए 50:50 संयुक्त उद्यम कंपनी की स्थापना के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए.
कोयला इंडिया को कोयले मंत्रालय द्वारा शुद्ध शून्य उत्सर्जन ऊर्जा कंपनी बनने का कार्य सौंपा गया है, इस कदम के लिए इसे 3,000 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पन्न करने की आवश्यकता है. समझौता ज्ञापन CIL की सहायक कंपनियों में 2,000 मेगावाट थर्मल उर्जा उत्पादन की स्थापना के लिए भी विस्तारित है.
स्रोत- द इकोनॉमिक टाइम्स