भारत पर आधारित “फ्रीडम एट मिडनाइट” और “सिटी ऑफ़ जॉय” जैसे प्रसिद्ध पुस्तकों के सह लेखक डॉमिनिक लैपिएरे का 04 दिसंबर 2022 को निधन हो गया। वह 91 वर्ष के थे। दरअसल डोमिनिक लैपिएरे अपनी ‘रॉयल्टी’ दान देकर इस संस्थान की मदद कर रहे थे।
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फ्रांसीसी लेखक डोमिनिक लैपिएरे (Dominique Lapierre) को भारत सरकार ने साल 2008 में पद्म भूषण से सम्मानित किया था। लैपिएरे का जन्म 30 जुलाई 1931 में फ्रांस के चैटेलैलॉन में हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर पत्रकार की थी। डोमिनिक लैपिएरे ने उपन्यास ‘सिटी ऑफ़ जॉय’ लिखा था, जिसको लेकर काफी सराहना मिली थी। इसके साथ ही ‘इज़ पेरिस बर्निग?’, ‘फ्रीडम एट मिडनाइट’ उपन्यास के लिए भी उन्हें काफी तारीफ मिली।
लैपिएरे को कोलकाता के वंचित पर वर्ग पर लिखे उनके उपन्यास ‘सिटी ऑफ़ जॉय’ के लिए काफी सराहना मिली। इस पर साल 1992 में एक फिल्म भी बनाई गई। लैपिएरे ने अपने उपन्यास की सफलता के बाद कोलकाता में कई मानवीय कार्यक्रमों का समर्थन किया, जिसमें पोलियो से प्रभावित बच्चों के लिए आश्रय केंद्र, स्कूल, गैर सरकारी संगठन और पुनर्वास कार्यशालाएं शामिल हैं। आशा भवन सेंटर भी इनमें से एक है।