आधार हाउसिंग फाइनेंस और डीएचएफएल वैश्य हाउसिंग फाइनेंस के बीच प्रस्तावित विलय के अंतिम चरण को हाउसिंग फाइनेंस रेगुलेटर नेशनल हाउसिंग बैंक (एनएचबी) के साथ मंजूरी मिल गई है. आधार आवास वित्त प्रमुख कार्यकारी अधिकारी देव शंकर त्रिपाठी ने कहा कि उन्होंने अगले चरण के लिए राष्ट्रीय कंपनी कानून ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) पर आवेदन किया था.
दोनों कंपनियां वाधवन परिवार के स्वामित्व में हैं,पदोन्नत वाधवान ग्लोबल कैपिटल प्राइवेट लिमिटेड. आधारभूत आवास में इंटरनेशनल फाइनेंस कॉरपोरेशन का 20% है, जबकि डीएचएफएल वैश्य पर वाधवन परिवार का पूर्ण स्वामित्व है.
विलय योजना के मुताबिक, आधार आवास डीएचएफएल वैश्य में विलय करेगा, यह एक अखिल भारतीय कंपनी बन जायेगी. दोनों कंपनियां वर्तमान में परस्पर विशेष स्थानों पर काम करती हैं. विलय के बाद, वाधवन परिवार की हिस्सेदारी मर्ज किए गए इकाई में 82% होगी और शेष 18% आईएफसी सहित संस्थानों के साथ होंगे. एनआईसीएलटी के अनुमोदन के अधीन, मर्ज किए गए इकाई को आधार आवास वित्त मंत्रालय के रूप में नामित करने का प्रस्ताव है.
आईबीपीएस पीओ परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- आधार आवास वित्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी देव शंकर त्रिपाठी है
- सरकार ने “2022 तक सभी के लिए आवास” योजना शुरू की है जिससे कि कम आय वाले समूह और मजदूरी के लिए किफायती आवास इकाइयों का निर्माण किया जा सके
- राष्ट्रीय आवास बैंक पूरी तरह से भारतीय रिज़बैक बैंक के स्वामित्व में है
- एनएचबी 9 जुलाई, 1988 को राष्ट्रीय आवास बैंक अधिनियम 1987 के तहत स्थापित किया गया था
- एनएचबी का मुख्यालय नई दिल्ली में है
- श्री श्रीराम कल्याणमरण, राष्ट्रीय आवास बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी हैं.
स्रोत- द इकोनॉमिक टाइम्स