कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने घोषणा की कि बेंगलुरु सिटी विश्वविद्यालय का नाम बदलकर डॉ. मनमोहन सिंह बेंगलुरु विश्वविद्यालय रखा जाएगा, ताकि दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को सम्मान दिया जा सके। सरकार इस विश्वविद्यालय को एक आदर्श संस्थान बनाने के उद्देश्य से इसमें गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज और गवर्नमेंट आरसी कॉलेज को संबद्ध कॉलेजों के रूप में शामिल करेगी। इसके अलावा, कर्नाटक सरकार ने उच्च शिक्षा में महत्वपूर्ण निवेश करने की प्रतिबद्धता जताई है, जिसमें 2,000 रिक्त शिक्षकों के पदों को भरना, इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार, तथा सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों और पॉलिटेक्निक संस्थानों का सशक्तिकरण शामिल है।
मुख्य घोषणाएँ और प्रमुख बिंदु
विश्वविद्यालय का नामकरण और विस्तार
- बेंगलुरु सिटी विश्वविद्यालय का नाम बदलकर डॉ. मनमोहन सिंह बेंगलुरु विश्वविद्यालय किया जाएगा।
- गवर्नमेंट आर्ट्स कॉलेज और गवर्नमेंट आरसी कॉलेज इस विश्वविद्यालय के संबद्ध कॉलेज होंगे।
उच्च शिक्षा सुधार
- प्रथम श्रेणी के कॉलेजों और इंजीनियरिंग पॉलिटेक्निक संस्थानों में 2,000 रिक्त शिक्षकों के पदों को भरा जाएगा।
- 16 सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेजों में प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस नियुक्त किए जाएंगे ताकि छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और रोजगार के अवसरों में बढ़ोतरी मिले।
- सरकारी इंजीनियरिंग, पॉलिटेक्निक और डिग्री कॉलेजों के आधारभूत ढांचे के उन्नयन के लिए ₹275 करोड़ की राशि आवंटित की गई।
- नए स्थापित पॉलिटेक्निक और इंजीनियरिंग कॉलेजों में फर्नीचर, उपकरण, कंप्यूटर और पुस्तकें उपलब्ध कराने के लिए ₹10 करोड़ की धनराशि आवंटित की गई।
तकनीकी शिक्षा का विस्तार
- चिंतामणि, चिक्कबल्लापुर जिले में विश्वेश्वरैया टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (VTU) का एक संबद्ध कॉलेज ₹150 करोड़ की लागत से स्थापित किया जाएगा।
- मैसूर विश्वविद्यालय में प्रो. नंजुंडास्वामी अनुसंधान पीठ (Research Chair) स्थापित की जाएगी।


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