ऑस्ट्रेलिया-भारत स्पोर्ट्स एक्सीलेंस फोरम का आधिकारिक उद्घाटन 6 मार्च 2025 को गुजरात के गिफ्ट सिटी में भारत की राज्य खेल मंत्री रक्षा खडसे द्वारा किया गया। इस फोरम का उद्देश्य भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेल सहयोग को बढ़ाना है, जिसमें ऑस्ट्रेलिया के खेल विकास में विशेषज्ञता और सर्वोत्तम प्रक्रियाओं को भारतीय खेल प्रणाली में लागू करना शामिल है।
खेल विकास के लिए एक ऐतिहासिक पहल
उद्घाटन समारोह में रक्षा खडसे ने कहा कि खेल भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एक मजबूत संबंध का माध्यम है। उन्होंने इस फोरम को पारंपरिक खेलों जैसे क्रिकेट और हॉकी से आगे बढ़ाते हुए इसे एलीट एथलीट विकास, खेल अवसंरचना, और खेल उद्योग में निवेश तक विस्तारित करने पर जोर दिया।
इस कार्यक्रम में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त फिलिप ग्रीन और गुजरात के खेल मंत्री हर्ष संघवी सहित कई गणमान्य अतिथि शामिल हुए।
मुख्य चर्चा के विषय और उद्देश्य
ऑस्ट्रेलिया-भारत स्पोर्ट्स एक्सीलेंस फोरम ने निम्नलिखित प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग और ज्ञान साझा करने पर ध्यान केंद्रित किया:
1. प्रतिभा विकास और खेल विज्ञान
- जमीनी स्तर से लेकर एलीट स्तर तक खेल प्रतिभाओं की पहचान और विकास।
- खेल विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देकर खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार।
- ऑस्ट्रेलियाई कोचिंग तकनीकों को अपनाकर भारतीय खिलाड़ियों की फिटनेस और प्रशिक्षण में सुधार।
2. प्रमुख खेल आयोजनों का प्रबंधन
- ओलंपिक और पैरालंपिक खेलों जैसे बड़े खेल आयोजनों की मेजबानी के लिए रणनीतियाँ साझा करना।
- भारत के 2036 ओलंपिक बोली को मजबूत करने के लिए नीतियों और प्रबंधन रणनीतियों पर चर्चा।
- ऑस्ट्रेलिया के कॉमनवेल्थ गेम्स और क्रिकेट वर्ल्ड कप जैसे आयोजनों के अनुभव से सीखना।
3. खेलों में विविधता, समावेशिता और लैंगिक समानता
- महिलाओं की खेलों में भागीदारी को प्रोत्साहित करना।
- सभी खिलाड़ियों को समान अवसर प्रदान करना, चाहे उनकी पृष्ठभूमि कुछ भी हो।
- एक समावेशी खेल नीति विकसित करने के लिए सहयोग बढ़ाना।
4. खेल उद्योग में निवेश और व्यापार
- भारतीय खेल अवसंरचना में कॉर्पोरेट निवेश को बढ़ावा देना।
- भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई खेल संगठनों के बीच साझेदारी को मजबूत करना।
- भारत को खेल स्टार्टअप और नवाचार का वैश्विक केंद्र बनाने के लिए प्रयास।
भारत की ओलंपिक महत्वाकांक्षा और फोरम की भूमिका
भारत ने 2036 ओलंपिक खेलों की मेजबानी में रुचि दिखाई है, जो वैश्विक खेल महाशक्ति बनने की दिशा में एक बड़ा कदम है। ऑस्ट्रेलिया-भारत स्पोर्ट्स एक्सीलेंस फोरम में हुई चर्चाएँ इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए विश्वस्तरीय प्रशिक्षण सुविधाओं, कोचिंग मानकों और खेल अवसंरचना के विकास की नींव रखेंगी।
भविष्य की कार्ययोजना: भारत-ऑस्ट्रेलिया खेल सहयोग को मजबूत बनाना
फोरम का समापन भारत-ऑस्ट्रेलिया के खेल सहयोग को आगे बढ़ाने के लिए सिफारिशों के एक सेट के साथ होगा। इन सिफारिशों में शामिल होंगे:
- भारतीय और ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के बीच प्रशिक्षण आदान-प्रदान कार्यक्रमों का विस्तार।
- संयुक्त खेल अनुसंधान और विकास केंद्रों की स्थापना।
- ऑस्ट्रेलियाई खेल कंपनियों से भारत में निवेश को बढ़ावा देना।
- भारत के ओलंपिक और पैरालंपिक सपनों को साकार करने के लिए एक संरचित रोडमैप तैयार करना।