आंध्र प्रदेश सरकार ने राज्य के 58,44,240 लाभार्थियों को पेंशन सुविधा उनके घर तक पहुँचाना शुरू कर दिया है। सरकार ने लॉकडाउन के चलते लोगों को बिना घर से बाहर निकाले पेंशन पहुँचाने के लिए 2.5 लाख वालंटियर को काम पर लगाया। इसका उद्देश्य लाभार्थियों को घर पर रहने और बाहर निकलने से बचने के लिए प्रोत्साहित करना है।
लाभार्थियों को निर्धारित की गई श्रेणियों के अनुसार अलग-अलग राशि दी जाएगी। 21 दिनों के लॉकडाउन के दौरान वृद्ध व्यक्तियों से लेकर मछुआरों और लोक कलाकारों सहित सभी वर्गों को पेंशन की सहायता की जाएगी।
पेंशन की राशि:
- वृद्धों, विधवाओं, बुनकरों, एकल महिलाओं, मछुआरों, लोक कलाकारों और पारंपरिक कोबलरों को 2,250 रुपये की राशि दी जाएगी.
- विकलांग, ट्रांसजेंडर और डप्पू कलाकारों को 3,000 रुपये की राशि दी जाएगी.
- जो लोग लम्बी बीमारी से पीड़ित हैं और सरकारी अस्पतालों में किडनी की डायलिसिस प्रक्रिया से गुजर रहे हैं, उन सभी को 10,000 रुपये की राशि दी जाएगी.
पेंशन के वितरण का काम पूरा होने के बाद, सरकार 4 अप्रैल को वालंटियर के नेटवर्क का उपयोग करके गरीबों और जरूरतमंदों के घर के दरवाजे तक पर आर्थिक राहत मुहैया कराएगी.
उपरोक्त समाचारों से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री: वाई एस जगनमोहन रेड्डी.
- आंध्र प्रदेश के राज्यपाल: बिस्वा भूषण हरिचंदन.
- आंध्र प्रदेश की राजधानी: अमरावती.
- श्री वेंकटेश्वर राष्ट्रीय उद्यान आंध्र प्रदेश राज्य के चित्तूर और कडप्पा जिलों में स्थित है.