25 वर्षों की शानदार पेशेवर क्रिकेट यात्रा के बाद भारतीय लेग-स्पिनर अमित मिश्रा ने 42 वर्ष की आयु में आधिकारिक रूप से संन्यास की घोषणा कर दी है। पारंपरिक लेग-स्पिन तकनीक और मैच जिताने वाले स्पेल्स के लिए प्रसिद्ध मिश्रा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और आईपीएल (IPL) दोनों में लगातार बेहतर प्रदर्शन किया। पिछले 16 महीनों से प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर रहने के बाद लिया गया यह निर्णय भारतीय क्रिकेट के सबसे लंबे और सफल गेंदबाज़ी करियरों में से एक के अंत का प्रतीक है।
अंतरराष्ट्रीय करियर और प्रमुख योगदान
शुरुआती दौर और टेस्ट डेब्यू
अमित मिश्रा ने 2008 में अनिल कुंबले की विदाई श्रृंखला के दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना टेस्ट डेब्यू किया था। मोहाली टेस्ट में उन्होंने पदार्पण करते ही पांच विकेट लेकर सबका ध्यान खींचा। हालांकि, कुंबले, हरभजन सिंह, अश्विन और जडेजा जैसे दिग्गज स्पिनरों की मौजूदगी ने उनके अंतरराष्ट्रीय करियर के अवसरों को सीमित कर दिया।
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टेस्ट: 22 मैच, 76 विकेट
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वनडे (ODI): 36 मैच
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टी20I: 10 मैच
उनकी गेंदबाज़ी शैली पारंपरिक लेग-स्पिन पर आधारित थी, जिसमें फ्लाइट, टर्न और कभी-कभार गूगली शामिल होती थी। यह शैली उपमहाद्वीप की स्पिन-फ्रेंडली पिचों पर बेहद प्रभावी रही।
उल्लेखनीय उपलब्धियां
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2015 में श्रीलंका दौरे पर 3 टेस्ट में 15 विकेट झटके।
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2013 की आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी विजेता भारतीय टीम के सदस्य रहे।
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2014 आईसीसी टी20 विश्व कप में भारत को उपविजेता बनाने में अहम योगदान दिया।
आईपीएल में रिकॉर्ड तोड़ सफर
अमित मिश्रा को हमेशा आईपीएल के दिग्गजों में गिना जाएगा। उन्होंने डेक्कन चार्जर्स, दिल्ली डेयरडेविल्स, सनराइजर्स हैदराबाद और लखनऊ सुपर जायंट्स (LSG) जैसी कई फ्रेंचाइज़ियों के लिए खेला।
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आईपीएल में तीन हैट्रिक लेने वाले इकलौते गेंदबाज़।
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2024 सीज़न तक खेलते रहे, आखिरी मैच राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ खेला।
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मिडल ओवर्स में रन रोकने और महत्वपूर्ण विकेट लेने की क्षमता के लिए प्रसिद्ध।
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दबाव की परिस्थितियों में लगातार शानदार प्रदर्शन किया।
हरियाणा के लिए घरेलू क्रिकेट में उत्कृष्टता
अंतरराष्ट्रीय और आईपीएल की रोशनी से इतर, मिश्रा हरियाणा की घरेलू टीम के स्तंभ रहे।
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प्रथम श्रेणी रिकॉर्ड: 152 मैचों में 535 विकेट।
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2001–02 रणजी सीज़न में पदार्पण किया।
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2017 में अपना अंतिम घरेलू मैच खेला।
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उनके योगदान ने हरियाणा को प्रतिस्पर्धी बनाए रखा और उन्होंने युवा खिलाड़ियों के मार्गदर्शक की भूमिका भी निभाई।
परीक्षा हेतु प्रमुख तथ्य
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तीन अलग-अलग टीमों के लिए तीन आईपीएल हैट्रिक – अमित मिश्रा का अनूठा रिकॉर्ड।
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प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 535 विकेट।
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2008 मोहाली टेस्ट डेब्यू में पांच विकेट।
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4 सितंबर 2025 को संन्यास की घोषणा, अब युवा क्रिकेटरों को सहयोग देने का संकल्प।


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