गौतम अडानी के समूह ने उत्तरी भारत में दो रक्षा सुविधाओं का उद्घाटन किया, जो 30 अरब रुपये ($362 मिलियन) के निवेश का प्रतिनिधित्व करता है। अदाणी डिफेंस एंड एयरोस्पेस द्वारा स्थापित ये सुविधाएं रक्षा विनिर्माण में आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत के अभियान को दर्शाती हैं।
स्थान एवं उत्पादन
- उत्तर प्रदेश के कानपुर में स्थित, 500 एकड़ में फैला हुआ।
- इसका उद्देश्य सशस्त्र बलों, अर्धसैनिक बलों और पुलिस के लिए छोटे, मध्यम और बड़े कैलिबर गोला-बारूद का उत्पादन करना है।
उत्पादन क्षमता एवं लक्ष्य
- भारत की आवश्यकताओं के एक महत्वपूर्ण हिस्से को संबोधित करते हुए, सालाना 150 मिलियन राउंड गोला-बारूद का उत्पादन करने की उम्मीद है।
- 2025 तक सालाना 200,000 राउंड बड़े कैलिबर तोपखाने और टैंक गोला-बारूद का निर्माण करने की योजना है।
- अगले वर्ष तक सालाना पांच मिलियन मध्यम क्षमता वाले गोला-बारूद का उत्पादन करने का अनुमान है।
- कम दूरी और लंबी दूरी की मिसाइलों के निर्माण के लिए सुसज्जित।
नौकरी सृजन और उत्पाद पोर्टफोलियो
- 4,000 से अधिक नौकरियाँ पैदा होने की उम्मीद है।
- अडानी डिफेंस द्वारा ड्रोन, एंटी-ड्रोन सिस्टम, लाइट मशीन गन, असॉल्ट राइफल और पिस्तौल के मौजूदा निर्माण को पूरा करता है।