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टाटा पावर ने नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए अक्षय ऊर्जा में 550 करोड़ रुपये का निवेश किया

टाटा पावर ने नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (NIA) के साथ नवीकरणीय ऊर्जा की आपूर्ति के लिए साझेदारी की है, जिसमें सौर और पवन ऊर्जा क्षमता के विकास के लिए 550 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह रणनीतिक कदम भारत के विमानन क्षेत्र में सतत ढांचे के निर्माण की टाटा पावर की प्रतिबद्धता का हिस्सा है। इस सहयोग के तहत 13 मेगावाट सौर ऊर्जा संयंत्र और 10.8 मेगावाट पवन ऊर्जा का विकास किया जाएगा, जो NIA के संचालन को शक्ति प्रदान करेगा और हवाईअड्डे के दीर्घकालिक स्थिरता लक्ष्यों में योगदान देगा।

मुख्य बिंदु

निवेश और ऊर्जा आपूर्ति: टाटा पावर NIA के लिए 13 मेगावाट सौर और 10.8 मेगावाट पवन ऊर्जा के विकास में 550 करोड़ रुपये का निवेश करेगा। यह नवीकरणीय ऊर्जा हवाईअड्डे की स्वच्छ ऊर्जा आवश्यकताओं में महत्वपूर्ण योगदान देगी।

पावर खरीद समझौते (PPAs): टाटा पावर और NIA के बीच दो PPAs पर हस्ताक्षर किए गए हैं, जिसमें टाटा पावर ट्रेडिंग कंपनी लिमिटेड (TPTCL) NIA के लिए संपूर्ण नवीकरणीय ऊर्जा इंटरफेस का प्रबंधन करेगा। यह टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL) की संपत्तियों के माध्यम से निरंतर नवीकरणीय ऊर्जा आपूर्ति सुनिश्चित करेगा।

इंफ्रास्ट्रक्चर विकास: नवीकरणीय ऊर्जा के साथ, टाटा पावर आवश्यक विद्युत इंफ्रास्ट्रक्चर का भी विकास करेगा और अगले 25 वर्षों तक संचालन और रखरखाव (O&M) सेवाएं प्रदान करेगा ताकि NIA की ऊर्जा दक्षता बनी रहे।

सस्टेनेबिलिटी लक्ष्य: यह साझेदारी NIA के उस दृष्टिकोण के साथ मेल खाती है जिसमें वह अपनी ऊर्जा का आधे से अधिक हिस्सा नवीकरणीय स्रोतों से प्राप्त करना चाहता है। हवाईअड्डे का पहला चरण, जिसमें 12 मिलियन यात्रियों की क्षमता है, चार चरणों में सालाना 70 मिलियन यात्रियों की क्षमता तक विस्तार करने के लिए तैयार है।

दीर्घकालिक प्रतिबद्धता: टाटा पावर का 25 वर्षीय समझौता नवीकरणीय ऊर्जा की आपूर्ति और इंफ्रास्ट्रक्चर के रखरखाव के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जो भारत की विमानन इंफ्रास्ट्रक्चर को नेट-जीरो हवाईअड्डों की ओर बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे सरकार के हवाईअड्डा क्षमता में विस्तार को पर्यावरणीय जिम्मेदारी के साथ पूरा करने के लक्ष्य को भी समर्थन मिलेगा।

भविष्य के प्रभाव

यह सहयोग न केवल नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे की तत्काल ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करता है, बल्कि भारत के तेजी से बढ़ते हवाईअड्डा इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए एक मिसाल भी स्थापित करता है। अगले दो दशकों में 200 से अधिक हवाईअड्डों की योजना के साथ, टाटा पावर का यह दृष्टिकोण विमानन क्षेत्र में सतत ऊर्जा एकीकरण के लिए एक मॉडल के रूप में कार्य कर सकता है।

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Key Point Details
चर्चा में क्यों? टाटा पावर नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे को नवीकरणीय ऊर्जा (13 मेगावाट सौर + 10.8 मेगावाट पवन) की आपूर्ति के लिए 550 करोड़ रुपये का निवेश कर रही है, जिससे हवाई अड्डे का संचालन टिकाऊ हो सके।
निवेश राशि ₹550 करोड़ (~$66 मिलियन)
पुनःप्राप्य उर्जा स्रोत 13 मेगावाट सौर ऊर्जा और 10.8 मेगावाट पवन ऊर्जा
शामिल कंपनी टाटा पावर और टाटा पावर ट्रेडिंग कंपनी लिमिटेड (टीपीटीसीएल)
संचालन एवं रखरखाव (ओ एंड एम) एनआईए के ऊर्जा बुनियादी ढांचे के लिए 25 वर्षों की ओ एंड एम सेवाएं
जगह नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, जेवर, उत्तर प्रदेश
प्रथम चरण की क्षमता प्रतिवर्ष 12 मिलियन यात्री
पूर्ण क्षमता चार चरणों के बाद प्रतिवर्ष 70 मिलियन यात्री
महत्वपूर्ण व्यक्तित्व – डॉ. प्रवीर सिन्हा, सीईओ और एमडी, टाटा पावर
– क्रिस्टोफ श्नेलमैन, सीईओ, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट
राज्य विवरण उत्तर प्रदेश: राजधानी – लखनऊ, मुख्यमंत्री – योगी आदित्यनाथ
टाटा पावर ने नोएडा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए अक्षय ऊर्जा में 550 करोड़ रुपये का निवेश किया |_3.1

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