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बोफोर्स के करीब 30 साल बाद भारतीय सेना को अपनी पहली आधुनिक आर्टिलरी गन प्राप्त हुई

बोफोर्स के करीब 30 साल बाद भारतीय सेना को अपनी पहली आधुनिक आर्टिलरी गन प्राप्त हुई |_2.1

भारतीय सेना को संयुक्त राज्य अमेरिका से बीएई सिस्टम्स से युक्त 155mm/39 कैलिबर अल्ट्रा लाइटवेट हॉवित्ज़ट आर्टिलरी गन प्राप्त हुई. हाल ही में पोखरण, राजस्थान में सेना ने बंदूकें की जांच की थी. यह लगभग 30 साल बाद 1980 के दशक के अंत में बोफोर्स हॉजिटर्स के बाद प्रदान की गयी है.

घरेलू स्थितियों में भारतीय गोला-बारूद के फायरिंग के लिए बंदूकें तैयार की गई हैं. इस डील के अनुसार, पहले 25 बंदूकों को अमेरिका से सीधे खरीदा जाएगा और शेष को भारत में असेम्बल किया जाएंगा.इसका डिजाइन ऐसा है कि इसे संकीर्ण और कठिन पहाड़ी सड़कों पर लगाया जा सकता है. पिछली बार जब सेना ने एक आधुनिक आर्टिलरी गन को शामिल किया था, तो वह स्वीडिश बोफोर्स था.


एसबीआई पीओ मेन परीक्षा के लिए उपरोक्त समाचार से महत्वपूर्ण तथ्य

  • बीएई सिस्टम्स एक एयरोस्पेस कंपनी है जो लड़ाकू वाहनों, गोला-बारूद, तोपखाने प्रणालियों, नौसेना बंदूकें और मिसाइल लांचरों का डिजाइन, विकास और उत्पादन करती है.
  • बीएई सिस्टम्स का मुख्यालय संयुक्त राज्य अमेरिका में है
  • जनरल बिपिन रावत भारतीय सेना के 27 वें चीफ हैं.

स्त्रोत – बिजनेस स्टैण्डर्ड

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