केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कोलकाता की दूसरी मेट्रो लाइन ईस्ट-वेस्ट मेट्रो रेल के पहले चरण का उद्घाटन किया। ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर के पहले चरण में 6 एलिवेटेड स्टेशनों वाले 5.3 किलोमीटर लम्बे मार्ग का उद्घाटन किया गया है, इस परियोजना का क्रियान्वयन कोलकाता मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा किया जा रहा है।
कोलकाता का ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर कुल मिलाकर 16.5 किलोमीटर लंबा है। ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर हुगली नदी के पश्चिमी तट पर हावड़ा को पूर्वी तट पर स्थित साल्ट लेक शहर से जोड़ता है।
ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर की मुख्य विशेषता:
ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर भारत की पहली ऐसी परिवहन परियोजना है, जहां मेट्रो ट्रेन “हुगली” नदी के नीचे बनी सुरंग से होकर गुजरेंगी। यह कम्युनिकेशन आधारित ट्रेन कंट्रोल सिस्टम (CBTC) के साथ तैयार की गई है, जो ऑटोमैटिक ट्रेन कंट्रोल मैकेनिज्म और एंटी-टकराव जैसी सुरक्षा सुविधाओं से लैस है।
ईस्ट-वेस्ट मेट्रो कॉरिडोर कोलकाता की दूसरी मेट्रो लाइन है। र्तमान में कोलकाता में मेट्रो के उत्तर दक्षिण कॉरिडोर पर नोआपाड़ा से कवि सुभाष स्टेशन के बीच केवल 27.6 किमी लंबे रेल मार्ग पर मेट्रो की सेवा उपलब्ध है, इस कॉरिडोर का उद्घाटन 1984 में किया गया था।
उपरोक्त समाचार से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री: ममता बनर्जी; राज्यपाल: जगदीप धनखड़