नई दिल्ली में महिला उद्यमियों को प्रोसाहित करने के लिए राष्ट्रीय जैविक फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इस महोत्सव का आयोजन महिला और बाल विकास मंत्रालय (MoWCD) और खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (MoFPI) द्वारा संयुक्त रूप से किया जा रहा है।
इस महोत्सव का आयोजन ‘भारत की जैविक बाजार क्षमता को विकसित करना’ के विषय पर किया जा रहा है।
राष्ट्रीय जैविक फूड फेस्टिवल का उद्देश्य:
राष्ट्रीय जैविक फूड फेस्टिवल प्रसंस्करण क्षमता को बढ़ाकर और भारत के निर्यात को प्रतिस्पर्धी बनाकर भारतीय जैविक क्षेत्र की ब्रांडिंग को मजबूत करेगा। इस महोत्सव का उद्देश्य जैविक उत्पादों को बढ़ावा देना और उत्पादन और प्रसंस्करण के क्षेत्र में महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करना है। साथ ही इसमें भारतीय महिला उद्यमियों और किसानों को खरीदारों के साथ जोड़ने और भारत में जैविक खाद्य उत्पादन को बढ़ावा देने के साथ उन्हें सशक्त बनाने के लिए प्रोत्साहित करने पर भी फोकस किया जाएगा।
राष्ट्रीय जैविक फूड फेस्टिवल की प्रमुख घटनाएं:
राष्ट्रीय जैविक फूड फेस्टिवल में राष्ट्रीय जैविक उत्पादन कार्यक्रम (NPOP) के तहत प्रमाणित की गई देश भर की 150 से भी अधिक महिला उद्यमी और स्वयं सहायता समूह हिस्सा लेंगे जो हैं। यह महोत्सव महिला उत्पादकों, बाजार और आपूर्ति करने वालो के बीच के अंतर को कम करने के लिए एक मंच के रूप में काम करेगा। जैविक उत्पादों, प्रसंस्कृत खाद्य, कपड़े, सौंदर्य प्रसाधन, कीटनाशक, कवकनाशी और कई अन्य उत्पादों को राष्ट्रीय जैविक फूड फेस्टिवल में प्रदर्शित किया जाएगा।
भारतीय जैविक क्षेत्र (विजन 2025 की रिपोर्ट) के अनुसार, भारत का जैविक कारोबार 2015 में हुए 2700 करोड़ रुपये से बढाकर 2025 तक 75000 करोड़ रुपये तक पहुँचाने का लक्ष्य है।
उपरोक्त समाचार से आने-वाली परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री: हरसिमरत कौर बादल