राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में नर्सिंग कर्मियों राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल अवार्ड्स 2019 के तहत 36 पुरस्कार प्रदान किए। यह पुरस्कार केरल के कोझीकोड की स्वर्गीय लीनी सजेश को दिया गया, जिनकी केरल में निपाह वायरस से संक्रमित रोगी की देखभाल के दौरान मृत्यु हो गई। यह पुरस्कार उनके पति सजेश को दिया गया। अन्य 35 पुरस्कार सहायक मिडवाइव्स (ANMs), लेडी हेल्थ विजिटर्स (LHVs) और विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की नर्स कर्मियों को प्रदान किए गए।
नर्सों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों में किए गए उनके कार्यो के प्रति उत्साह और करुणा के लिए सम्मानित किया गया और पोलियो, मलेरिया और एचआईवी / एड्स के उन्मूलन जैसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में भी उनकी भागीदारी थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने वर्ष 2020 को नर्स और मिडवाइफ वर्ष घोषित किया है। वर्ष 2020 में फ्लोरेंस नाइटिंगेल की 200वीं जयंती भी है, जिनके नाम पर ये पुस्कार दिया जाता है। फ्लोरेंस नाइटिंगेल नाइटिंगेल का जन्म लंदन में हुआ था और उन्होंने नर्सिंग के जरिए लोगों की सेवा को अपने जीवन का लक्ष्य बनाया था। फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1973 में भारत सरकार द्वारा नर्सों द्वारा किए गए अनुकरणीय कार्यों को सम्मानित करने के लिए की गई थी।
उपरोक्त समाचार से RRB NTPC/SSC CGL परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण तथ्य-
- 12 मई अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के रूप में मनाया जाता है।
स्रोत: प्रेस इन्फोर्मेशन ब्यूरो