भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने जानकारी दी है कि ₹2000 मूल्य के नोटों में से अब भी ₹6,099 करोड़ प्रचलन में हैं। यह अपडेट उस घोषणा के दो साल बाद आया है, जब 19 मई 2023 को RBI ने इन उच्च मूल्यवर्ग के नोटों को प्रचलन से धीरे-धीरे वापस लेने का फैसला किया था। हालांकि, अधिकांश नोट वापस जमा हो चुके हैं, लेकिन एक छोटी मात्रा अब भी जनता के पास है।
RBI ने क्या कहा?
RBI द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार:
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19 मई 2023 को ₹2000 के कुल ₹3.56 लाख करोड़ मूल्य के नोट प्रचलन में थे।
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अब तक इनमें से 98.29% नोट वापस लिए जा चुके हैं।
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यानी, ₹6,099 करोड़ मूल्य के ₹2000 के नोट अभी भी जनता के पास प्रचलन में हैं।
RBI ने यह भी स्पष्ट किया कि ₹2000 के नोट अब भी कानूनी मुद्रा (legal tender) हैं— यानी उन्हें लेन-देन में इस्तेमाल किया जा सकता है।
हालाँकि, नए ₹2000 नोट अब नहीं छापे जा रहे और न ही बैंकों को जारी किए जा रहे हैं।
वापसी प्रक्रिया और विनिमय सुविधा
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₹2000 के नोट 7 अक्टूबर 2023 तक सभी बैंकों में जमा या विनिमय के लिए स्वीकार किए जा रहे थे।
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इसके बाद, केवल RBI के 19 इश्यू कार्यालय ही इन्हें स्वीकार कर रहे हैं।
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9 अक्टूबर 2023 से RBI ने लोगों और कंपनियों को ये नोट अपने बैंक खातों में जमा करने के लिए सीधे स्वीकार करना शुरू किया।
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साथ ही, इंडिया पोस्ट के ज़रिए भी कोई व्यक्ति ₹2000 के नोट पोस्ट ऑफिस से भेज कर RBI कार्यालय में अपने खाते में राशि जमा करवा सकता है।
₹2000 नोट वापसी का पृष्ठभूमि
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₹2000 का नोट नवंबर 2016 में पेश किया गया था, जब सरकार ने ₹500 और ₹1000 के पुराने नोटों का विमुद्रीकरण (Demonetisation) किया था।
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लेकिन 19 मई 2023 को RBI ने इसे धीरे-धीरे प्रचलन से हटाने का निर्णय लिया।
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इसका उद्देश्य था:
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डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देना
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मुद्रा प्रबंधन को आसान बनाना
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यह कदम विमुद्रीकरण नहीं था— क्योंकि ₹2000 के नोटों पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया, बल्कि लोगों को बिना घबराहट के उन्हें जमा करने का समय दिया गया।
यह जानकारी दर्शाती है कि देश में अधिकांश ₹2000 के नोट सिस्टम में लौट चुके हैं, और अब इनकी उपयोगिता सीमित रह गई है, हालांकि वे अब भी वैध और मान्य मुद्रा बने हुए हैं।


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