युग-युगेन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय नई दिल्ली में प्रस्तावित एक राष्ट्रीय संग्रहालय है, जिसे सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना के तहत नॉर्थ और साउथ ब्लॉक में स्थापित किया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य इन प्रतिष्ठित भवनों को एक प्रमुख संग्रहालय स्थल में परिवर्तित करना है, जो भारत की सभ्यता और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करेगा। इसके विकास में तकनीकी सहयोग के लिए भारत के राष्ट्रीय संग्रहालय और फ्रांस म्यूज़ियम्स डेवलपमेंट के बीच एक समझौता हुआ है। यह परियोजना भारत के गौरवशाली अतीत, समृद्ध वर्तमान और उज्ज्वल भविष्य की एक प्रभावशाली झलक प्रदान करने के लिए तैयार की जा रही है।
प्रमुख विशेषताएँ
परियोजना का अवलोकन
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नाम: युग-युगेन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय
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स्थान: नॉर्थ और साउथ ब्लॉक, नई दिल्ली
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परियोजना पहल: सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का हिस्सा
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उद्देश्य: भारत की हजारों वर्षों पुरानी सभ्यता और सांस्कृतिक विरासत का प्रदर्शन
विकास और सहयोग
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तकनीकी सहयोग समझौता: 19 दिसंबर 2024 को राष्ट्रीय संग्रहालय और फ्रांस म्यूज़ियम्स डेवलपमेंट के बीच हस्ताक्षरित
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व्यवहार्यता अध्ययन: परियोजना की समय-सीमा और बजट आवंटन अध्ययन के बाद निर्धारित होगा
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परिवर्तन योजना: दो ऐतिहासिक भवनों को अत्याधुनिक संग्रहालय स्थलों में परिवर्तित करना
महत्व और उद्देश्य
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भारत के समृद्ध इतिहास को संवादात्मक और आकर्षक प्रदर्शनों के माध्यम से संरक्षित करना
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भावी पीढ़ियों को भारत की विविध सांस्कृतिक विरासत के बारे में शिक्षित और प्रेरित करना
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वैश्विक मंच पर भारत की सांस्कृतिक उपस्थिति को सुदृढ़ करना
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भारत की कालातीत पहचान—अतीत, वर्तमान और भविष्य—का उत्सव मनाना
श्रेणी | विवरण |
क्यों चर्चा में? | युग-युगेन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय |
संग्रहालय का नाम | युग-युगेन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय |
स्थान | नॉर्थ और साउथ ब्लॉक, नई दिल्ली |
परियोजना संबद्धता | सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना |
सहयोगी भागीदार | फ्रांस म्यूज़ियम्स डेवलपमेंट |
परियोजना का उद्देश्य | भारत की सभ्यता और सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करना |
परियोजना समय-सीमा | व्यवहार्यता अध्ययन पर निर्भर |
बजट आवंटन | अभी तय नहीं |