Home   »   विश्व शिक्षक दिवस 2022: इतिहास, महत्व...

विश्व शिक्षक दिवस 2022: इतिहास, महत्व और थीम

विश्व शिक्षक दिवस 2022: इतिहास, महत्व और थीम |_3.1

Happy World Teachers Day 2022: विश्व शिक्षक दिवस हर साल 5 अक्टूबर को दुनियाभर में एक साथ मनाया जाता है। हालांकि, भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को मनाया जाता है। इसका मुख्य मकसद शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों के सहयोग के लिए उन्हें सम्मानित करना है। साथ ही शिक्षकों के प्रति सम्मान और स्नेह प्रकट करना है। इस मौके पर स्कूल और कॉलेज में शिक्षक और प्रोफेसर को सम्मानित किया जाता है। साल 1994 में शिक्षक दिवस मनाने की घोषणा की गई। उसके बाद से हर साल 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन के उपलक्ष्य पर मनाया जाता है।

Bank Maha Pack includes Live Batches, Test Series, Video Lectures & eBooks

क्‍या है इस वर्ष की थीम?

 

विश्व शिक्षक दिवस के लिए इस वर्ष थीम ‘the transformation of education begins with teachers’ है। इसका अर्थ है ‘शिक्षा का परिवर्तन शिक्षकों से शुरू होता है।

 

विश्व शिक्षक दिवस का महत्व

 

व्यक्ति जीवन भर सीखता रहता है।  गुरु के बिना ज्ञान नहीं मिलता है। इसके लिए शिक्षक दिवस का विशेष महत्व होता है। गुरु, शिष्य के जीवन में व्याप्त व्याप्त अंधकार को मिटाकर प्रकाश फैलाते हैं। एक बार गुरु मिल जाए, तो उनकी सेवा और भक्ति करनी चाहिए। इससे व्यक्ति अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर सकता है।

 

विश्व शिक्षक दिवस का इतिहास

 

दुनियाभर में विश्व शिक्षक दिवस अलग-अलग तारीखों को मनाया जाता है। भारत में 5 सितंबर को और चीन में 27 अगस्त को मनाया जाता है। वहीं, रूस समेत अनेक देशों में 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है। जानकारों की मानें तो 5 अक्टूबर 1966 को पेरिस में एक कांफ्रेंस का आयोजन किया गया था। इस कॉन्फ्रेंस में शिक्षकों के सम्मान में शिक्षक दिवस मनाने की सिफारिश की गई। इस सिफारिश को यूनेस्को ने स्वीकार कर लिया था। साल 1994 में 5 अक्टूबर को विश्व शिक्षक दिवस मनाने का फैसला लिया गया। उस समय से हर साल 5 अक्टूबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।

Find More Important Days HereWorld Space Week 2022 observed on 4-10 October_90.1

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *