विश्व गैंडा दिवस हर साल 22 सितंबर को मनाया जाता है। यह दिन पशुओं को बचाने की दिशा में कार्य करने का अवसर प्रदान करता है, जो दशकों से शिकारियों का लक्ष्य रहा है। शक्ति के प्रतीक होने के बावजूद, गैंडे आज अवैध शिकार, आवास के नुकसान और मानव-वन्यजीव संघर्ष के गंभीर खतरों का सामना कर रहे हैं। यह दिवस दुनिया भर की सरकारों, गैर-सरकारी संगठनों और समुदायों को गैंडों की सभी पाँच प्रजातियों के संरक्षण और उन्हें विलुप्त होने से बचाने के प्रयासों में एकजुट करता है।
विश्व गैंडा दिवस 2025
इतिहास
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स्थापना: 2011 में वन्यजीव संरक्षणवादियों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों द्वारा।
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उद्देश्य: पाँच प्रजातियों के गैंडों के संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना।
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एक-सींग वाला गैंडा (भारत, नेपाल)
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काला गैंडा (अफ्रीका)
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सफेद गैंडा (अफ्रीका)
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जावन गैंडा (इंडोनेशिया)
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सुमात्रन गैंडा (इंडोनेशिया)
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यह दिवस समय के साथ अवैध वन्यजीव व्यापार, शिकार और आवास ह्रास जैसी चुनौतियों पर वैश्विक मंच बन गया है।
विश्व गैंडा दिवस 2025 की थीम
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थीम: अभी आधिकारिक घोषणा शेष।
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पिछली थीमें:
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2022: Five Rhino Species Together
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2023: Rhinos and Communities
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2024: Keep the Five Alive
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2025 की अपेक्षित थीम: आवास संरक्षण, साझेदारी और सामूहिक जिम्मेदारी पर केंद्रित।
गैंडा संरक्षण स्थिति (IUCN, 2025)
| गैंडा प्रजाति | IUCN स्थिति (2025) | क्षेत्र | अनुमानित जनसंख्या |
|---|---|---|---|
| एक-सींग वाला गैंडा | असुरक्षित (स्थिर) | भारत, नेपाल | ~4,000+ |
| काला गैंडा | गंभीर रूप से संकटग्रस्त | अफ्रीका | ~6,500 |
| सफेद गैंडा | निकट संकटग्रस्त | अफ्रीका | ~16,800 |
| जावन गैंडा | गंभीर रूप से संकटग्रस्त | इंडोनेशिया (जावा) | ~76 |
| सुमात्रन गैंडा | गंभीर रूप से संकटग्रस्त | इंडोनेशिया (सुमात्रा, बोर्नियो) | <80 |
भारत में गैंडा संरक्षण
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इंडियन राइनो विज़न 2020 (IRV 2020) – 2005, असम
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लक्ष्य: 7 संरक्षित क्षेत्रों में 3,000 गैंडे।
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उपलब्धि: मानस राष्ट्रीय उद्यान में गैंडे पुनर्जीवित, असम में सुरक्षा बढ़ी, नए क्षेत्रों में ट्रांसलोकेशन।
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राष्ट्रीय गैंडा रणनीति (2019)
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एकीकृत राष्ट्रीय नीति।
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सख्त एंटी-पोचिंग कानून।
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समुदाय की भागीदारी को प्रोत्साहन।
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वर्तमान प्रयास (2025)
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पुनर्वास व ट्रांसलोकेशन – मानस, दुधवा।
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ड्रोन व स्मार्ट पेट्रोलिंग सिस्टम।
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समुदाय आधारित कार्यक्रम।
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काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान – गैंडा संरक्षण का हृदय
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असम स्थित काजीरंगा, विश्व में सबसे बड़ा एक-सींग वाले गैंडों का आवास।
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सफलता के कारण:
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सख्त एंटी-पोचिंग उपाय और सतत पेट्रोलिंग।
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समुदाय की भागीदारी।
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आवास पुनर्स्थापन।
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अन्य आवास: पोबितोरा वन्यजीव अभयारण्य (सर्वाधिक घनत्व), ओरांग राष्ट्रीय उद्यान, मानस राष्ट्रीय उद्यान, दुधवा राष्ट्रीय उद्यान।
महत्व
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शिकार और अवैध व्यापार पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करना।
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संकटग्रस्त प्रजातियों की रक्षा हेतु अंतर्राष्ट्रीय सहयोग।
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भारत की काजीरंगा सफलता को उदाहरण बनाना।
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अफ्रीकी और इंडोनेशियाई गैंडों की गंभीर स्थिति पर चेतावनी।
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इको-टूरिज़्म और समुदाय की आजीविका को संरक्षण से जोड़ना।
त्वरित तथ्य
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विश्व गैंडा दिवस 2025 की तारीख: 22 सितम्बर 2025
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स्थापना: 2011
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उद्देश्य: गैंडा संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाना
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शामिल प्रजातियाँ: एक-सींग वाला, काला, सफेद, जावन, सुमात्रन
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भारत की पहल: प्रोजेक्ट राइनो (IRV 2020, राष्ट्रीय गैंडा रणनीति)
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मुख्य आवास: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, असम
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जनसंख्या (एक-सींग वाला): ~4,000+ (भारत व नेपाल)
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खतरे: शिकार, अवैध व्यापार, आवास हानि, मानव-वन्यजीव संघर्ष


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