देहरादून में 10वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस (WAC 2024) और आरोग्य एक्सपो का उद्घाटन हुआ, जो आयुर्वेद के वैश्विक प्रचार में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर है। इस आयोजन में केंद्रीय आयुष मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री प्रतापराव जाधव, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी और अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया। इस वर्ष का विषय “डिजिटल हेल्थ: एक आयुर्वेदिक दृष्टिकोण” है, जिसका उद्देश्य आधुनिक तकनीकी नवाचारों के साथ आयुर्वेद को एकीकृत कर वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली को पुनर्परिभाषित करना है।
उद्घाटन समारोह
- प्रमुख हस्तियों में केंद्रीय आयुष मंत्री श्री प्रतापराव जाधव, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और वैद्य राजेश कोटेचा शामिल थे।
- केंद्रीय आयुष मंत्री ने इस आयोजन को विभिन्न विचारधाराओं, संस्कृतियों और नवाचारों का संगम बताया।
प्रकृति परीक्षण अभियान का शुभारंभ
- 29 अक्टूबर 2024 को नई दिल्ली स्थित अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में 9वें आयुर्वेद दिवस के दौरान घोषणा।
- आयुर्वेद सिद्धांतों के आधार पर 1 करोड़ से अधिक व्यक्तियों की प्रकृति (शारीरिक संरचना) का आकलन करने का लक्ष्य।
- राष्ट्रव्यापी सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करता है।
आयुर्वेद में तकनीकी समाधान
- आयुष ग्रिड की शुरुआत, जो नवाचारों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाएगी।
- सचिव राजेश कोटेचा ने वैश्विक भागीदारों से $1.3 बिलियन निवेश की जानकारी दी।
आयोजन का पैमाना और भागीदारी
- विश्व आयुर्वेद फाउंडेशन (WAF) द्वारा विज्ञान भारती के तहत आयोजित।
- 5,500 से अधिक भारतीय प्रतिनिधि और 54 देशों के 350 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों की भागीदारी।
- 150+ वैज्ञानिक सत्र और 13 संबंधित कार्यक्रम।
मुख्य विषय
- “डिजिटल हेल्थ: एक आयुर्वेदिक दृष्टिकोण।”
- डिजिटल उपकरणों और प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके आयुर्वेद को उन्नत बनाने पर केंद्रित।
- आयुर्वेद को वैश्विक स्वास्थ्य प्रणाली में एकीकृत करने पर चर्चा।
प्रमुख सत्र और गतिविधियां
- प्लेनरी और वैज्ञानिक सत्र।
- स्वास्थ्य मंत्रियों का सम्मेलन और निवेशकों की बैठक।
- अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधियों का अधिवेशन और उपग्रह संगोष्ठियां।
वैश्विक प्रभाव
- आयुर्वेद की वैश्विक प्रासंगिकता, वैज्ञानिक सत्यापन और भविष्य की संभावनाओं पर चर्चा के लिए मंच।
- पारंपरिक ज्ञान और आधुनिक प्रौद्योगिकी के बीच सेतु का निर्माण।
उद्देश्य और महत्व
- आयुर्वेद को एक स्थायी और समग्र स्वास्थ्य प्रणाली के रूप में बढ़ावा देना।
- आयुर्वेद अनुसंधान और अभ्यास में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना।
- आयुर्वेद को वैश्विक स्तर पर बढ़ाने में आयुष मंत्रालय की भूमिका को रेखांकित करना।
- आधुनिक स्वास्थ्य चुनौतियों का समाधान आयुर्वेदिक उपायों के माध्यम से करना।
- आयुर्वेद-संबंधित प्रौद्योगिकियों में निवेश और नवाचार को प्रोत्साहित करना।
श्रेणी | विवरण |
क्यों चर्चा में? | 10वें विश्व आयुर्वेद कांग्रेस (WAC 2024) और आरोग्य एक्सपो का देहरादून में उद्घाटन। |
उद्घाटनकर्ता | श्री प्रतापराव जाधव, श्री पुष्कर सिंह धामी, वैद्य राजेश कोटेचा, डॉ. शेखर मांडे। |
थीम | “डिजिटल हेल्थ: एक आयुर्वेदिक दृष्टिकोण”। |
मुख्य पहल | प्रकृति परीक्षण अभियान, आयुष ग्रिड। |
भागीदारी | 5,500 भारतीय प्रतिनिधि, 54 देशों के 350 अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि। |
सत्र | 150+ वैज्ञानिक सत्र, 13 सहयोगी कार्यक्रम। |
महत्व | आयुर्वेद का आधुनिक प्रौद्योगिकी के साथ एकीकरण; आयुर्वेद की वैश्विक क्षमता को मान्यता। |
निवेश | वैश्विक भागीदारों से $1.3 बिलियन का निवेश प्रस्ताव। |
आयोजक | विश्व आयुर्वेद फाउंडेशन (WAF), विज्ञान भारती। |
केन्द्रित क्षेत्र | डिजिटल स्वास्थ्य, आयुर्वेद नवाचार, वैश्विक स्वास्थ्य देखभाल में एकीकरण। |