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गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस ने जीईएम पर महिला उद्यमियों की सफलता के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित किया

नई दिल्ली में कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में “वुमनिया ऑन गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (जीईएम)” की सफलता के अवसर पर एक समारोह आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम जीईएम द्वारा स्व-नियोजित महिला संघ, भारत (सेवा भारत) के साथ साझेदारी में आयोजित किया गया था और इसमें महिला उद्यमियों तथा हितधारक संगठनों और संघों के प्रतिभागियों ने सहभागिता की थी।

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इस आयोजन की मुख्य विशेषताओं में मेराबिल्स की सह-संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती पिया बहादुर द्वारा वित्तीय साक्षरता पर प्रस्तुति, सेवा भारत की राष्ट्रीय समन्वयक संचिता मित्रा द्वारा डिजिटल समावेशन के माध्यम से अनौपचारिक अर्थव्यवस्था के भीतर महिला उद्यमियों के लिए बनाए गए नए अवसरों पर प्रस्तुति, जीईएम विक्रेता प्रशंसापत्र पर लघु फिल्म, सेवा भारत द्वारा “वॉयस फ्रॉम द ग्राउंड” और “सार्वजनिक खरीद में वोमनिया” पर नीति विशेषज्ञों द्वारा अनौपचारिक चर्चा शामिल थीं।

 

वोमनिया के बारे में

 

2019 में आरंभ की गई, “वोमनिया” पहल का उद्देश्य जीईएम पोर्टल पर अनौपचारिक क्षेत्र से महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) की सहभागिता को प्रोत्साहित करना और बिचौलियों को हटाते हुए विभिन्न सार्वजनिक खरीदारों को सीधे उनके उत्पादों की बिक्री की सुविधा प्रदान करना है।

उत्पाद कैटलॉग सूचीबद्धता और महिला उद्यमियों से खरीद को सुगम बनाने के लिए हस्तशिल्प और हथकरघा, एसेसरीज, जूट तथा कॉयर उत्पादों, बांस उत्पादों, जैविक खाद्य पदार्थों, मसालों, घर की सजावट और कार्यालय के सामान की आसानी से सूची बनाने के लिए सुविधा के लिए जैनरिक उत्पाद श्रेणियां बनाई गईं।

वर्तमान में, 1.44 लाख से अधिक उद्यम-सत्यापित महिला सूक्ष्म, लघु उद्यम (एमएसई) जिन्हें “वुमनिया” के रूप में जाना जाता है, जीईएम पोर्टल पर विक्रेता और सेवा-प्रदाता के रूप में पंजीकृत हैं और उन्होंने सकल वस्तु मूल्य (जीएमवी) में 21,265 करोड़ रुपये के 14.76 लाख से अधिक ऑर्डर पूरे किए हैं। इन उत्पादों में ऑर्डर मूल्य का अनुपात सेवा श्रेणियों में 26 प्रतिशत से 74 प्रतिशत है।

 

वोमनिया का उद्देश्य

 

“वोमनिया” का उद्देश्य समाज के हाशिये पर महिला उद्यमिता जो सार्वजनिक खरीद बाजारों तक पहुँचने में चुनौतियों का सामना करती हैं, का विकास करना है और महिलाओं के स्वामित्व वाले तथा नेतृत्व वाले एमएसई, जनजातीय उद्यमी, दिव्यांगजन, स्टार्टअप, एसएचजी, कारीगर और बुनकर जैसे वंचित विक्रेता समूहों के जेंडर समावेशी आर्थिक विकास अर्जित करने की दिशा में काम करना है।

“वोमनिया” महिलाओं के स्वामित्व और नेतृत्व वाले एमएसई के लिए सार्वजनिक खरीद में तीन प्रतिशत के लक्ष्य को अलग करने की सरकार की पहल के साथ अच्छी तरह से संयोजित है। गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस ने जीईएम पर “वोमनिया” के संवर्धन के लिए नई व्यावसायिक प्रक्रियाओं और कार्यात्मकताओं को विकसित करने और आरंभ करने के लिए कई कदम उठाए हैं।

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vikash

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