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अनुसंधान, शिक्षा और प्रशिक्षण आउटरीच (रीचआउट) योजना क्या है?

अनुसंधान, शिक्षा और प्रशिक्षण आउटरीच (रीचआउट) योजना:

रिसर्च, एजुकेशन एंड ट्रेनिंग आउटरीच (REACHOUT) योजना एक कार्यक्रम है जो भारत सरकार द्वारा देश में अनुसंधान, शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है। भारतीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने REACHOUT योजना को पृथ्वी विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान, शिक्षा और प्रशिक्षण को आगे बढ़ाने के लिए शुरू किया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भारत में शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता को सुधारने के लिए शैक्षणिक संस्थाओं, उद्योग और सरकार के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना है।

REACHOUT योजना के तहत, शिक्षण संस्थानों, अनुसंधान संस्थानों और उद्योग साथियों को अनुसंधान परियोजनाओं, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और आउटरीच पहुंच के समर्थन के लिए अनुदान प्रदान किए जाते हैं। योजना का उद्देश्य भारत में शिक्षा और अनुसंधान की गुणवत्ता को सुधारने के लिए शैक्षणिक संस्थानों, उद्योग और सरकार के बीच सहयोग को प्रोत्साहित करना है। इस योजना का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना और भारतीय और विदेशी संस्थानों के बीच ज्ञान और विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करना भी है।

भारत सरकार की दृष्टि में अभिनवता, अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देना एक विस्तृत पहलू है, जिसमें एकेडमिक, इंडस्ट्री और सरकार के बीच सहयोग को बढ़ावा देने का ध्यान है। REACHOUT योजना भी इसी मुहीम का हिस्सा है, जो मौसम विज्ञान के क्षेत्र में अनुसंधान, शिक्षा और प्रशिक्षण को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई है। इस योजना का लक्ष्य शैक्षणिक संस्थानों, अनुसंधान संस्थानों और इंडस्ट्री साथियों को अनुसंधान परियोजनाओं, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और आउटरीच पहुंच के समर्थन के लिए अनुदान प्रदान करना है। इस योजना का उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना और भारतीय और विदेशी संस्थाओं के बीच ज्ञान और विशेषज्ञता का विनिमय बढ़ाना भी है। यह योजना देश भर के छात्रों, शोधकर्ताओं और संस्थाओं को लाभ पहुंचाने और भारत को अभिनवता और अनुसंधान का एक केंद्र बनाने में मदद करेगी।

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इसमें निम्नलिखित उप-योजनाएं शामिल हैं:

  • पृथ्वी प्रणाली विज्ञान में अनुसंधान एवं विकास (RDESS)
  • ऑपरेशनल ओशनोग्राफी के लिए अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र (आईटीसीओसी)
  • पृथ्वी प्रणाली विज्ञान में कुशल जनशक्ति के विकास के लिए कार्यक्रम (DESK))

उपर्युक्त उप-योजनाओं के मुख्य उद्देश्य हैं

  • मोएएस द्वारा सेट किए गए राष्ट्रीय लक्ष्य प्राप्त करने में सहायता करने वाले विभिन्न धाराओं के महत्वपूर्ण घटकों के लिए थीम और जरूरतों पर आधारित अनेक आर एंड डी गतिविधियों का समर्थन।
  • पृथ्वी विज्ञान में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के उन्नत ज्ञान का आपसी संचार और विकासशील देशों को सेवाएं प्रदान करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ उपयोगी सहयोग विकसित करना।
  • देश में और विदेश में स्थित शैक्षणिक संस्थानों के सहयोग से पृथ्वी विज्ञान में कुशल और प्रशिक्षित मानवशक्ति विकसित करना।

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FAQs

भारतीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय क्या है और इसका मुख्यालय कहाँ है ?

भारतीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय भारत सरकार का एक मंत्रालय है जो पृथ्वी सम्बन्धी विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान, विकास और उनके अनुप्रयोग के लिए जिम्मेदार है। मंत्रालय का मुख्यालय दिल्ली में स्थित है।

shweta

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