दूरसंचार विभाग (DoT) ने वोडाफोन इंडिया और आइडिया सेल्युलर के विलय को अंतिम मंजूरी दे दी है. वोडाफोन आइडिया के लिए यह मंजूरी आइडिया सेलुलर और वोडाफोन इंडिया द्वारा संयुक्त रूप से डीओटी को ‘अंडर प्रोटेस्ट’ में 7,268.78 करोड़ रुपये का भुगतान करने के बाद मिली है. संस्थाएं औपचारिकताओं के अंतिम चरण को पूरा करने के लिए निर्धारित फाइलिंग हेतु रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (RoC) से संपर्क करेंगी.
वोडाफोन आइडिया के रूप में जाना जाने वाला संयोजन भारत की सबसे बड़ी मोबाइल फोन कंपनी बनाएगा और फर्मों को अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो इन्फोकॉम लिमिटेड के साथ प्रतिस्पर्धा करने में मदद करेगा, जो दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल फोन बाजार में मुफ्त कॉल और सस्ते डाटा की पेशकश करती है.
स्रोत-दि लाइवमिंट