केंद्रीय सतर्कता आयोग (सीवीसी) के अधिकारियों को सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाने के साथ सतर्कता जागरूकता सप्ताह 30 अक्टूबर को शुरू हुआ। आयोग 30 अक्टूबर से पांच नवंबर, 2023 तक सतर्कता जागरूकता सप्ताह मना रहा है जिसका विषय ‘भ्रष्टाचार को ना कहें, राष्ट्र के प्रति प्रतिबद्ध रहें’ है।
कार्मिक मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि यहां सीवीसी कार्यालय में केंद्रीय सतर्कता आयुक्त प्रवीण कुमार श्रीवास्तव और सतर्कता आयुक्त अरविंद कुमार द्वारा आयोग के अधिकारियों को सत्यनिष्ठा की शपथ दिलाने के साथ सप्ताह की शुरुआत हुई।
बयान के मुताबिक, जिन क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा उनमें प्रणालीगत सुधार उपायों की पहचान और इनके कार्यान्वयन के बारे में जागरूकता बढ़ाना और शिकायतों के निपटारे में सूचना प्रौद्योगिकी का इस्तेमाल शामिल है।
जागरूकता सप्ताह अभियान की भागीदारी
जागरूकता सप्ताह अभियान नागरिकों की भागीदारी के जरिए सार्वजनिक जीवन में अखण्डता और सत्यनिष्ठा को बढावा देने की प्रतिबद्धता को समर्थन देता है। यह सप्ताह भ्रष्टाचार के विरूद्ध केन्द्रीय सतर्कता आयोग की जन भागीदारी सतर्कता पहलों में से एक है। इसका उद्देश्य शासन और जन प्रशासन में नैतिकता और पारदर्शिता के प्रति संवेदनशीलता लाना है।
पहले तीन महीने की अभियान
सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2023 के शुरुआती अभियान के रूप में, आयोग ने पहले तीन महीने की अभियान अवधि (16 अगस्त 2023 – 15 नवंबर 2023) का विवरण देते हुए निर्देश जारी किए थे। इस अवधि के दौरान सभी मंत्रालयों/विभागों/संगठनों द्वारा निम्नलिखित निवारक सतर्कता उपायों पर विशेष ध्यान दिया जाना है।
- जनहित प्रकटीकरण और सूचना प्रदाताओं की सुरक्षा (पीआईडीपीआई) संकल्प के संबंध में जागरूकता निर्माण,
- क्षमता संवर्धन कार्यक्रम,
- प्रणालीगत सुधार उपायों की पहचान और कार्यान्वयन,
- शिकायत निपटान के लिए आईटी का लाभ उठाना,
- परिपत्रों/दिशानिर्देशों/निर्देश पुस्तिकाओं को अद्यतन करना,
- 30.06.23 से पूर्व प्राप्त शिकायतों का निपटान।
सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2023 के भाग के रूप में, केंद्रीय सतर्कता आयोग 2 नवंबर, 2023 को ‘अनुशासनात्मक कार्रवाई’ विषय पर एक पैनल चर्चा भी आयोजित करेगा।
सतर्कता जागरूकता सप्ताह का उद्देश्य
सतर्कता जागरूकता सप्ताह का उद्देश्य सार्वजनिक जीवन में सत्यनिष्ठा और नैतिकता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। सार्वजनिक भागीदारी को बढ़ावा देने और सतर्कता मामलों पर जानकारी का प्रसार करने के लिए, आयोग ने सतर्कता मामलों पर एक प्रश्नोत्तरी शुरू की है। आयोग सार्वजनिक प्रशासन में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने में सभी नागरिकों की भागीदारी चाहता है।