वैश्विक ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टैनली ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा लगाए गए ऊंचे शुल्कों के चलते उत्पन्न वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के कारण भारतीय शेयर बाजार और अर्थव्यवस्था को लेकर अपना अनुमान घटा दिया है। कंपनी ने साल के अंत तक सेंसेक्स का लक्ष्य 93,000 से घटाकर 82,000 कर दिया है। इसके साथ ही भारत की FY26 की जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान भी घटाकर 6.1% कर दिया गया है। इन अमेरिकी शुल्कों ने वैश्विक निवेश धारणा को प्रभावित किया है, जिससे भारतीय बाजारों में भी नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल रहा है।
मुख्य बिंदु
सेंसेक्स लक्ष्य में कटौती
- मॉर्गन स्टैनली ने वर्ष 2025 के अंत तक सेंसेक्स का लक्ष्य घटाकर 82,000 कर दिया है, जो वर्तमान स्तर से लगभग 9% की वृद्धि को दर्शाता है।
- पहले यह लक्ष्य 93,000 निर्धारित किया गया था।
- यह गिरावट अमेरिका के नए शुल्कों के कारण वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंकाओं से जुड़ी है।
कारण: अमेरिकी शुल्कों का प्रभाव
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल 2025 को 70 व्यापारिक साझेदारों पर नए शुल्क लागू किए, जिसे उन्होंने “Liberation Day” कहा।
- भारत पर 26% अतिरिक्त शुल्क लगाया गया — यह चीन, वियतनाम और दक्षिण कोरिया से कम है।
- इन संरक्षणवादी नीतियों से वैश्विक व्यापार तनाव और बाजार अस्थिरता बढ़ी है।
जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान घटा
- मॉर्गन स्टैनली ने भारत की FY26 जीडीपी वृद्धि दर का अनुमान 6.5% से घटाकर 6.1% कर दिया (40 बेसिस पॉइंट की गिरावट)।
- RBI ने भी अपनी 9 अप्रैल की मौद्रिक नीति समिति (MPC) में FY26 का अनुमान 6.7% से घटाकर 6.5% किया।
अन्य ब्रोकरेज ने अनुमान संशोधित किए
- UBS: 6.3% से → 6.0% (25 बीपीएस कटौती)
- गोल्डमैन सैक्स: संशोधित कर 6.1%
- सिटी: 40 बीपीएस प्रभाव अपेक्षित
- क्वांटइको रिसर्च: 30 बीपीएस प्रभाव
- HSBC/UBS सिक्योरिटीज: 20-50 बीपीएस गिरावट का अनुमान
मॉर्गन स्टैनली का सेक्टर आधारित दृष्टिकोण
ओवरवेट (सकारात्मक रुख):
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फाइनेंशियल्स
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कंज़्यूमर साइक्लिकल्स
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इंडस्ट्रियल्स
अंडरवेट (नकारात्मक रुख):
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एनर्जी
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मटेरियल्स
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यूटिलिटीज
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हेल्थकेयर
सारांश / स्थैतिक जानकारी | विवरण |
क्यों चर्चा में? | मॉर्गन स्टैनली द्वारा भारत की FY26 आर्थिक अनुमान में कटौती |
नया सेंसेक्स लक्ष्य | 82,000 (पहले: 93,000) |
कटौती का कारण | अमेरिका के टैरिफ और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता |
भारत पर अमेरिकी टैरिफ का प्रभाव | 26% अतिरिक्त शुल्क; चीन, वियतनाम जैसे प्रतिस्पर्धियों से कम |
मॉर्गन स्टैनली का जीडीपी अनुमान | FY26 के लिए 6.1% (40 बेसिस पॉइंट की कटौती) |
RBI का जीडीपी अनुमान (9 अप्रैल, 2025) | 6.5% (पहले 6.7%) |
प्रमुख टैरिफ तिथि | 2 अप्रैल, 2025 (ट्रंप का “लिबरेशन डे”) |