Categories: Uncategorized

वयोवृद्ध कवि पुथुसेरी रामचंद्रन का निधन

वयोवृद्ध  मलयालम कवि और विद्वान पुथुसेरी रामचंद्रन का निधन हो गया है। ‘ओन्नान्यथ्युकट्टम’ उनकी पहली कविता थी, जो 1944 में प्रकाशित की गयी थी। उनकी काव्य रचनाएँ केरल के प्रारंभिक इतिहास के साथ-साथ प्रारंभिक और मध्ययुगीन मलयालम भाषा के गहन अध्ययन पर केंद्रित थीं। उन्होंने अपने जीवन में विभिन्न भूमिकाएँ निभाईं जैसे कि शिक्षक, कवि, लेखक और साथ ही एक समय में एक राजनीतिक कार्यकर्ता। उन्हें उनके अथक प्रयासों के लिए भी जाना जाता है जिसके कारण 2013 में मलयालम को अंततः केंद्र सरकार द्वारा एक शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी।
[wp-faq-schema title="FAQs" accordion=1]

Recent Posts

सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस एच.एस. बेदी का निधन

पूर्व सुप्रीम कोर्ट न्यायाधीश और बॉम्बे हाई कोर्ट के पूर्व मुख्य न्यायाधीश, न्यायमूर्ति हरजीत सिंह…

8 hours ago

अर्मेनिया अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन का 104वां पूर्ण सदस्य बना

अर्मेनिया ने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) में 104वें पूर्ण सदस्य के रूप में शामिल होकर…

9 hours ago

काल भैरव जयंती 2024, तिथि, समय, इतिहास और महत्व

काल भैरव जयंती भगवान शिव के उग्र और रक्षक स्वरूप काल भैरव को समर्पित एक…

9 hours ago

करीमगंज जिले का नाम बदला, अब श्रीभूमि होगा नया नाम

असम सरकार ने करीमगंज जिले का आधिकारिक नाम बदलकर श्रीभूमि जिला और करीमगंज नगर का…

9 hours ago

भारत ने 130 वर्षों में पहली बार वैश्विक सहकारी सम्मेलन की मेजबानी की

भारत 25 से 30 नवंबर, 2024 के बीच नई दिल्ली में अंतर्राष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (ICA)…

9 hours ago

बीमा सुगम: डिजिटल बीमा पारिस्थितिकी तंत्र की ओर एक कदम

बीमा उत्पादों के गलत और जबरन विक्रय (mis-selling and force-selling) के बढ़ते मामलों को देखते…

10 hours ago