वयोवृद्ध मलयालम कवि और विद्वान पुथुसेरी रामचंद्रन का निधन हो गया है। ‘ओन्नान्यथ्युकट्टम’ उनकी पहली कविता थी, जो 1944 में प्रकाशित की गयी थी। उनकी काव्य रचनाएँ केरल के प्रारंभिक इतिहास के साथ-साथ प्रारंभिक और मध्ययुगीन मलयालम भाषा के गहन अध्ययन पर केंद्रित थीं। उन्होंने अपने जीवन में विभिन्न भूमिकाएँ निभाईं जैसे कि शिक्षक, कवि, लेखक और साथ ही एक समय में एक राजनीतिक कार्यकर्ता। उन्हें उनके अथक प्रयासों के लिए भी जाना जाता है जिसके कारण 2013 में मलयालम को अंततः केंद्र सरकार द्वारा एक शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी।
वयोवृद्ध कवि पुथुसेरी रामचंद्रन का निधन
Posted by Last updated on September 2nd, 2022 05:22 am
Leave a comment on वयोवृद्ध कवि पुथुसेरी रामचंद्रन का निधन

TOPICS:
-
पाकिस्तान को हराकर हॉकी जूनियर एशिया कप चैंपियन बना भारत
-
भारतीय ब्रांडों की सूची में टॉप पर: टीसीएस और रिलायंस
-
ढाका में नई लिबरेशन वार गैलरी का उद्घाटन: 1971 के मुक्ति संग्राम की वीरता का स्मरण
-
यूपीयू के साथ नई दिल्ली में क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित: भारत की डाक सेवाओं में एक नया मोड़
-
लातवियाई संसद ने विदेश मंत्री को नए राष्ट्रपति के रूप में चुना
-
विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों में बदलाव: एनसीईआरटी के निर्णय पर विवाद और चिंताएं
Recent Posts
- पाकिस्तान को हराकर हॉकी जूनियर एशिया कप चैंपियन बना भारत
- भारतीय ब्रांडों की सूची में टॉप पर: टीसीएस और रिलायंस
- ढाका में नई लिबरेशन वार गैलरी का उद्घाटन: 1971 के मुक्ति संग्राम की वीरता का स्मरण
- यूपीयू के साथ नई दिल्ली में क्षेत्रीय कार्यालय स्थापित: भारत की डाक सेवाओं में एक नया मोड़
- लातवियाई संसद ने विदेश मंत्री को नए राष्ट्रपति के रूप में चुना
- विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों में बदलाव: एनसीईआरटी के निर्णय पर विवाद और चिंताएं
- संजय वर्मा ने MRPL के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला
- भारत की जीडीपी चौथी तिमाही में 6.1% बढ़ी : वित्त वर्ष 2023 में विकास 7.2% रहने का अनुमान
- वैश्विक चिंताओं के बीच भारत की विकास दर में बढ़ोतरी: जेपी मॉर्गन की चेतावनी
- जीएसटी रेवेन्यू में मई महीने की उच्च वृद्धि: आर्थिक प्रगति और राज्यों के बीच समीक्षा