भारतीय मूल के नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर वेंकी रामकृष्णन को ब्रिटेन के राजा चार्ल्स तृतीय ने विज्ञान के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए ‘आर्डर आफ मेरिट’ से सम्मानित किया है। यह पुरस्कार ब्रिटेन के महाराजा या महारानी द्वारा दिया जाने वाला एक विशेष सम्मान है। प्रोफेसर वेंकी का जन्म तमिलनाडु के चिदंबरम में हुआ था। ब्रिटेन जाने से पहले उन्होंने अमेरिका में शिक्षा पाई थी। 2009 में उन्हें रसायन का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया था।
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70 वर्षीय वेंकी उन छह व्यक्तियों में शामिल हैं, जिनका महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने गत सितंबर में निधन से पहले अपने ऐतिहासिक आदेश में उल्लेख किया था। बकिंघम पैलेस ने कहा, ‘माननीय महाराजा आर्डर आफ मेरिट में छह नई नियुक्ति कर प्रसन्न हैं। आर्डर में नियुक्तियां सशस्त्र बलों, विज्ञान, कला, साहित्य या संस्कृति के प्रोत्साहन में उल्लेखनीय योदान देने के लिए की गई हैं। इन व्यक्तियों का चयन महारानी एलिजाबेथ ने सितंबर के शुरू में किया था।
मालूम हो कि किंग एडवर्ड सप्तम द्वारा 1902 में स्थापित द ऑर्डर ऑफ मेरिट को साल 1902 में स्थापित किया गया था। यह महाराजा की व्यक्तिगत पसंद के आधार पर सशस्त्र बलों, विज्ञान, कला और साहित्य में असाधारण विशिष्ट व्यक्तियों को संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रदान किया जाता है। प्रोफेसर वेंकी रामकृष्णन के साथ पुरस्कार पाने वालों में सर डेविड एटनबरो, प्रसिद्ध ब्रिटिश संरक्षणवादी और कलाकार डेविड हाकनी, हाउस ऑफ कामन्स के पूर्व अध्यक्ष बेट्टी बूथरायड और वर्ल्ड वाइड वेब के संस्थापक कंप्यूटर वैज्ञानिक सर टिम बर्नर्स-ली शामिल हैं।