वडोदरा यूएस ट्रेजरी डिपार्टमेंट के ऑफिस ऑफ टेक्निकल असिस्टेंस की सहायता से म्युनिसिपल बॉन्ड जारी करने वाला भारत का दूसरा शहर बन गया। वडोदरा के पहले म्यूनिसिपल बॉन्ड के सफल जारी होने का जश्न मनाने के लिए अमेरिकी दूतावास और यूएस ट्रेजरी के अधिकारी भारत के आवास और शहरी विकास मंत्रालय, वडोदरा शहर और सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड के समकक्षों के साथ शामिल हुए। 2017 में इस तरह का बांड जारी करने वाला पुणे पहला शहर था।
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3 नवंबर 2022 को अमेरिकी दूतावास और अमेरिकी ट्रेजरी अधिकारियों, केंद्रीय आवास और शहरी विकास मंत्रालय, वडोदरा शहर और भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) द्वारा बांड के सफलता पूर्वक जारी होने का जश्न मनाया गया।बॉन्ड द्वारा जुटाए गए 100 करोड़ रुपये का इस्तेमाल वडोदरा में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किया जाएगा।
म्युनिसिपल बांड को मुनि बांड के नाम से भी जाना जाता है। यह एक ऋण पत्र है जो भारत में शहरी स्थानीय निकायों द्वारा जारी किया जाता है। ऋण पत्र के द्वारा जुटाए गए पूंजी का उपयोग नगरपालिका क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किया जाता है। पहला म्युनिसिपल बांड 1997 में बंगलौर नगर निगम द्वारा जारी किया गया था।
नगरपालिका के पिछले तीन वर्षों में से प्रत्येक में नकारात्मक निवल मूल्य नहीं होना चाहिए। पिछले वर्ष में वित्तीय संस्थानों को ऋण के पुनर्भुगतान में नगरपालिका का कोई चुक (डिफ़ॉल्ट) इतिहास नहीं होना चाहिए। भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा प्रकाशित विलफुल डिफॉल्टरों में नगरपालिका, प्रमोटर और निदेशकों को सूचीबद्ध नहीं किया गया हों। नगर पालिका के पास ऋण लिखतों के संबंध में ब्याज के भुगतान और मूलधन की अदायगी में चूक का कोई रिकॉर्ड नहीं होना चाहिए।