उत्तर प्रदेश सरकार, जिसके मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ है, ने ‘मित्र वन’ (फ्रेंडशिप फ़ॉरेस्ट) नामक एक महत्वपूर्ण पर्यावरणीय पहल का अनावरण किया है, जो वृक्षारोपण जन अभियान-2024 का हिस्सा है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना का उद्देश्य नेपाल के साथ अपनी अंतर्राष्ट्रीय सीमा सहित उत्तर प्रदेश की सीमाओं के साथ हरियाली को बढ़ाना है।
परियोजना अवलोकन
उद्देश्य
- राज्य और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर हरित आवरण को बढ़ाना।
- पड़ोसी राज्यों और नेपाल के साथ पर्यावरण सहयोग को बढ़ावा देना।
- अन्य राज्यों के महानायकों को पौधारोपण अभियान में शामिल करना।
कार्यान्वयन
- ‘मित्र वन’ स्थापना के लिए 35 वन प्रभागों का चयन किया गया है।
- वृक्षारोपण अभियान 20 जुलाई, 2024 से शुरू होगा।
- वन विभाग पड़ोसी राज्यों और नेपाल के साथ समन्वय कर रहा है।
भौगोलिक दायरा
सीमावर्ती जिले शामिल
‘मित्र वन’ पहल पड़ोसी राज्यों की सीमा से लगे 35 जिलों में लागू की जाएगी, जिनमें शामिल हैं:
- सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, बिजनौर
- मुरादाबाद, रामपुर, बरेली
- पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, बहराइच
- श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर
- महराजगंज, कुशीनगर, देवरिया
- बलिया, गाजीपुर, चंदौली
- सोनभद्र, मिर्जापुर, प्रयागराज
- चित्रकूट, बांदा, महोबा
- झांसी, ललितपुर, जालौन
- इटावा, आगरा, मथुरा
- अलीगढ़, नोएडा, गाज़ियाबाद
- बागपत और शामली
नेपाल बॉर्डर फोकस
नेपाल से सटे जिलों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जिनमें शामिल हैं:
- महराजगंज के सोनौली
- लखीमपुर खीरी
- श्रावस्ती
- बहराइच
- पीलीभीत
कार्यान्वयन रणनीति
समन्वय के प्रयास
- वन विभाग पड़ोसी राज्यों और नेपाल के अधिकारियों के साथ सहयोग करेगा।
- पौधारोपण के लिए प्रजातियों के चयन पर राय लेगा।
- पौधों की उपलब्धता सुनिश्चित करेगा।
विशेष वन
‘मित्र वन’ के अलावा, स्थापित करने के निर्देश दिए गए हैं:
- ‘शक्ति वन’
- ‘युवा वन’
- ‘बाल वन’
नेतृत्व और निर्देश
प्रमुख अधिकारी शामिल
- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ: पहल के लिए समग्र दिशा प्रदान की
- सुधीर कुमार शर्मा: मुख्य वन संरक्षण अधिकारी और विभाग के प्रमुख
- पी.पी. सिंह: अतिरिक्त मुख्य वन संरक्षण अधिकारी
जारी किए गए निर्देश
- ‘मित्र वन’ के लिए स्थानों का चयन
- गणमान्य व्यक्तियों के वृक्षारोपण के लिए पौधों की प्रजातियों का अंकन
- पड़ोसी राज्यों और नेपाल के साथ समन्वय
- नर्सरियों में 35 करोड़ पौधों की तैयारी