अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प 2025 में 43 देशों के नागरिकों पर यात्रा प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं। प्रस्तावित प्रतिबंध, जो अभी समीक्षा के अधीन है, देशों को तीन सूचियों—रेड, ऑरेंज और येलो—में विभाजित करता है, जो प्रतिबंधों की गंभीरता को दर्शाती हैं। रेड सूची में 11 देश शामिल हैं, जिनके नागरिकों पर पूरी तरह से वीज़ा प्रतिबंध लगाया जाएगा। ऑरेंज सूची में 10 देश हैं, जहां वीज़ा जारी करने की प्रक्रिया को सख्त बनाया जाएगा। वहीं, येलो सूची में 22 देशों को 60 दिनों की अवधि दी गई है ताकि वे अमेरिकी चिंताओं को दूर कर सकें और प्रतिबंधों से बच सकें। यह प्रस्तावित प्रतिबंध ट्रम्प के पहले कार्यकाल में लगाए गए यात्रा प्रतिबंधों का विस्तार है, जिन्हें 2021 में पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा हटा दिया गया था।
रेड सूची (पूर्ण वीज़ा निलंबन – 11 देश):
इन देशों के नागरिकों को अमेरिका के वीज़ा प्राप्त करने से पूरी तरह रोका जाएगा:
- अफ़ग़ानिस्तान
- भूटान
- क्यूबा
- ईरान
- लीबिया
- उत्तर कोरिया
- सोमालिया
- सूडान
- सीरिया
- वेनेज़ुएला
- यमन
यह प्रस्ताव अभी अंतिम रूप से लागू नहीं हुआ है, और इसे लेकर वैश्विक स्तर पर चिंताएं व्यक्त की जा रही हैं। कई देशों ने अमेरिकी प्रशासन से इस प्रतिबंध पर स्पष्टीकरण की मांग की है।
ऑरेंज सूची (वीज़ा कड़े प्रतिबंधों के अधीन – 10 देश):
इन देशों के नागरिकों को वीज़ा प्राप्त करने में गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। वीज़ा आवेदनकर्ताओं के लिए अनिवार्य रूप से प्रत्यक्ष साक्षात्कार (इन-पर्सन इंटरव्यू) की आवश्यकता होगी।
- बेलारूस
- इरीट्रिया
- हैती
- लाओस
- म्यांमार
- पाकिस्तान
- रूस
- सिएरा लियोन
- दक्षिण सूडान
- तुर्कमेनिस्तान
इस सूची में शामिल देशों के लिए वीज़ा प्रक्रिया अधिक जटिल और सीमित कर दी जाएगी, जिससे इन देशों के नागरिकों के लिए अमेरिका की यात्रा करना कठिन हो जाएगा।
येलो सूची (60 दिनों की समयसीमा – 22 देश):
इन देशों को 60 दिनों के भीतर अमेरिका की चिंताओं को दूर करना होगा, अन्यथा उन्हें और कड़े यात्रा प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
- अंगोला
- एंटीगुआ और बारबुडा
- बेनिन
- बुर्किना फासो
- कंबोडिया
- कैमरून
- केप वर्डे
- चाड
- कांगो गणराज्य
- डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो
- डोमिनिका
- इक्वेटोरियल गिनी
- गाम्बिया
- लाइबेरिया
- मलावी
- माली
- मॉरिटानिया
- सेंट किट्स एंड नेविस
- सेंट लूसिया
- साओ टोमे और प्रिंसिपे
- वनुआतु
- जिम्बाब्वे
यदि इन देशों ने अमेरिका की शर्तों को समय पर पूरा नहीं किया, तो उन्हें यात्रा प्रतिबंधों का सामना करना पड़ सकता है।
प्रतिबंध के प्रभाव:
- रेड सूची में शामिल देशों के नागरिकों को पूरी तरह वीजा निलंबन का सामना करना पड़ेगा, जिससे उनका अमेरिका में प्रवेश असंभव हो जाएगा।
- ऑरेंज सूची के अंतर्गत आने वाले देशों के नागरिकों को कड़े वीजा स्क्रीनिंग नियमों का पालन करना होगा, जिससे पर्यटक, छात्र, और कार्य वीजा धारकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा, जबकि व्यावसायिक वर्ग के लोगों को कुछ छूट मिल सकती है।
- येलो सूची के देशों को अमेरिका की चिंताओं को दूर करने के लिए 60 दिनों का समय दिया गया है, अन्यथा उन्हें अधिक सख्त श्रेणी में रखा जा सकता है।
ऐतिहासिक संदर्भ:
- अपने पहले कार्यकाल में, डोनाल्ड ट्रंप ने सात इस्लामिक-बहुल देशों के लिए यात्रा प्रतिबंध लगाया था और उत्तर कोरिया के खिलाफ एक रिवर्स ट्रैवल बैन भी लागू किया था।
- 2021 में, जो बाइडेन ने ट्रंप के अधिकांश यात्रा प्रतिबंधों को हटा दिया था, लेकिन उत्तर कोरिया पर लगा प्रतिबंध बरकरार रखा गया था।