अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने मिलकर भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को सुदृढ़ करने के लिए DiGi फ्रेमवर्क (डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर ग्रोथ इनिशिएटिव) लॉन्च किया है। यह पहल 5जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), और स्मार्ट सिटी जैसी तकनीकी प्रगति पर केंद्रित है। DiGi फ्रेमवर्क का उद्देश्य भारतीय निजी क्षेत्रों के साथ मिलकर फाइनेंसिंग की सुविधाओं को आसान बनाना और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है। इस समझौते पर 25 अक्टूबर 2024 को हस्ताक्षर किए गए थे, जिसमें अमेरिका के इंटरनेशनल डेवलपमेंट फाइनेंस कॉरपोरेशन (DFC), जापान बैंक फॉर इंटरनेशनल कोऑपरेशन (JBIC) और कोरिया एक्सिमबैंक शामिल हैं।
सहयोग का सुव्यवस्थित प्रक्रिया
DiGi फ्रेमवर्क के माध्यम से, इन वित्तीय संस्थानों को भारतीय निजी क्षेत्र के साथ सहयोग करने की प्रक्रिया सरल होगी। इसके तहत, भारत और संबंधित देशों के बीच नीति संवाद को भी बढ़ावा मिलेगा, जिससे डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास में निजी क्षेत्र का योगदान सुनिश्चित हो सकेगा।
इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में कनेक्टिविटी और विकास को मजबूत करना
DFC के सीईओ स्कॉट नाथन ने कहा कि यह पहल इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में सतत विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन में निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप है। JBIC के गवर्नर नोबुमित्सु हयाशी और कोरिया एक्सिमबैंक के सीईओ ही-सुंग यून ने इस DiGi फ्रेमवर्क को अपने देशों की आर्थिक नीतियों के साथ सुसंगत बताया।
इस फ्रेमवर्क के माध्यम से अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने भारत के डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर को उच्च गुणवत्ता के साथ मजबूत बनाने और सतत विकास के लिए निजी पूंजी का उपयोग करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया है।