यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) से ट्रांजेक्शन के मामले में अगस्त में जबरदस्त रिकॉर्ड बना है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने कहा कि UPI के जरिए पहली बार अगस्त में लेनदेन का आंकड़ा 10 अरब के पार पहुंच गया है. UPI भारत में सभी रिटेल पेमेंट सिस्टम के लिए एक प्रमुख संगठन NPCI द्वारा विकसित एक रियल टाइम पेमेंट सिस्टम है. NPCI के आंकड़े के अनुसार, यूपीआई के जरिए मंथली ट्रांजेक्शन का आंकड़ा 10 अरब को पार कर गया है. रिपोर्ट के अनुसार, 30 अगस्त तक यूपीआई से मंथली ट्रांजेक्शन का आंकड़ा 10.24 अरब पर पहुंच गया था.
एनसीपीआई के आंकड़ों के मुताबिक, 30 अगस्त को यूपीआई लेनदेन का आंकड़ा 10.24 अरब हो गया. इन लेनदेन का मूल्य 15,18,456.4 करोड़ रुपये रहा. जुलाई 2023 में यूपीआई लेनदेन का आंकड़ा 9.96 अरब था. वहीं जून में 9.33 अरब यूपीआई ट्रांजैक्शन हुए. पिछले दो सालों में यूपीआई का प्रचलन तेजी से बढ़ा है. अगस्त 2021 में यूपीआई के जरिए लेनदेन का आंकड़ा केवल साढ़े तीन अरब था जो दो वर्षों में लगभग तीन गुना बढ़ चुका है.
क्यूआर कोड ने दिया महत्वपूर्ण योगदान
क्यूआर के आ जाने के बाद यूपीआई ट्रांजैक्शन में और भी ज्यादा तेजी से इजाफा आया है. एक रिपोर्ट के मुताबिक यूपीआई के 330 लाख से भी ज्यादा यूनीक यूजर्स हैं और लगभग 70 लाख दुकानदारों ने 356 लाख क्यूआर कोड को लगाया है. इसके अलावा PhonePe, Google Pay, Paytm, Cred और Amazon Pay जैसे UPI ऐप्स की वजह से इसका ट्रांजैक्शन बढ़ा है.
सरकारी पहल और प्रोत्साहन:
सरकार ने डिजिटल भुगतान को बढ़ावा देने में भूमिका निभाई है, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) ने प्रोत्साहन योजनाएं पेश की हैं। इन योजनाओं ने आधार भुगतान ब्रिज, आधार-सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस), और यूपीआई जैसी डिजिटल भुगतान प्रणालियों को अपनाने को बढ़ावा दिया है। FY23 में, इन पहलों के लिए ₹2,600 करोड़ आवंटित किए गए हैं।
अग्रणी UPI ऐप्स:
UPI ऐप्स के प्रतिस्पर्धी परिदृश्य में, घरेलू फिनटेक और ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म PhonePe ने जून में बाजार हिस्सेदारी का नेतृत्व किया, इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से 47% से अधिक UPI लेनदेन हुए। Google Pay (35%) और Paytm (14%) ने बाजार हिस्सेदारी के मामले में क्रमशः दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया।
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