उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक और चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने 22 राजकीय मेडिकल कॉलेजों में ‘ई-सुश्रुत’ अस्पताल प्रबंधन सूचना प्रणाली (एचएमआईएस) का उद्घाटन किया। यह पहल राज्य चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ़ एडवांस्ड कंप्यूटिंग (CDAC) के सहयोग से शुरू की गई थी।
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यूपी के सभी अस्पतालों में हॉस्पिटल मैनेजमेंट इन्फॉरमेशन सिस्टम लागू हो गया है। इस सुविधा से मेडिकल कालेजों में अब ऑनलाइन बेड पंजीकरण, डॉक्टर, आईसीयू और ऑपरेशन की बुकिंग की सुविधा मिलेगी। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने इसकी औपचारिक शुरुआत करते हुए इस व्यवस्था से बड़े बदलाव आने की बात कही। इस पहल से जांच रिपोर्ट ऑनलाइन होने के बाद डॉक्टर अपने कंप्यूटर से ही रिपोर्ट को देख सकेंगे।
पेपरलेस लागू होगी व्यवस्था
HMIS प्रणाली लागू होने के बाद प्रदेश के राजकीय मेडिकल कालेजों, राजकीय संस्थानों, स्वायत्तशासी चिकित्सा महाविद्यालयों में पेपरलेस व्यवस्था को लागू किया जा सकेगा। पहले चरण में चिकित्सा शिक्षा के गोरखपुर, कानपुर, प्रयागराज, झांसी, मेरठ, कानपुर और आगरा स्थित मेडिकल कॉलेज में लागू की जाएगी। फिर प्रदेश के 36 कॉलेजों को जोड़ा जाएगा। कॉलेजों में ई हॉस्पिटल मैनेजमेंट सिस्टम भी लागू करने की तैयारी हैं।
यह मिलेगा लाभ
अस्पतालों के प्रबंधन, नेतृत्व, नेटवर्क, कार्यप्रणाली और प्रशासन में सुधार होगा। वहीं मरीजों को एक यूनीक आईडी नंबर मिलने से उनसे जुड़ी सारी जानकारी अस्पताल में दर्ज होगी। रोगियों के दोबारा अस्पताल आने पर केस हिस्ट्री और जानकारी अस्पताल में पहले से दर्ज होने से मरीजों को काफी राहत मिलेगी।