केंद्रीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने NABI (नेशनल एग्री-फूड बायोटेक्नोलॉजी इंस्टीट्यूट), मोहाली में “नेशनल स्पीड ब्रीडिंग क्रॉप फैसिलिटी” का उद्घाटन किया। यह पहल किसानों की आय बढ़ाने और कृषि स्टार्टअप को बढ़ावा देने के पीएम मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप है।
बायोटेक बीज सुविधा
- यह सुविधा पंजाब, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और जम्मू और कश्मीर जैसे उत्तर भारतीय राज्यों पर ध्यान केंद्रित करते हुए सभी भारतीय राज्यों में सेवा प्रदान करती है।
- यह जलवायु परिवर्तन के प्रति लचीली उन्नत किस्मों को विकसित करके फसल सुधार कार्यक्रमों को गति देता है।
जलवायु प्रतिरोधी फसलें
- NABI की तकनीक किसानों को मौसमी बाधाओं से मुक्त करते हुए, जलवायु प्रतिरोधी फसलों के विकास को सक्षम बनाती है।
- किसान अब साल भर खेती कर सकते हैं, जिससे खाद्य सुरक्षा और आर्थिक स्थिरता में सुधार होगा।
भारत की जैव-अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाना
- डॉ. जितेंद्र सिंह ने आर्थिक विकास में उनकी भूमिका पर प्रकाश डालते हुए ट्यूलिप की खेती और 108 पंखुड़ियों वाले कमल जैसे बायोटेक नवाचारों की प्रशंसा की।
- जैव-विनिर्माण और जैव-फाउंड्री क्षेत्रों के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता भारत की जैव-अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी।
कृषि प्रगति के लिए विजन
- दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में भारत का अनुमानित उदय कृषि क्षेत्र की महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर करता है।
- जैव-अर्थव्यवस्था पर सरकार का सक्रिय रुख जैव-विनिर्माण योजनाओं के लिए बजट आवंटन में स्पष्ट है।