केंद्रीय वित्त और कॉर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) के लिए एक समर्पित मोबाइल एप्लिकेशन लॉन्च किया। यह ऐप उम्मीदवारों के लिए पंजीकरण और आवेदन प्रक्रिया को सरल बनाने, रियल-टाइम अपडेट प्रदान करने और एक सहज इंटरफेस उपलब्ध कराने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पहल युवाओं के रोजगार, कौशल विकास और अवसरों को बढ़ावा देने के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना मोबाइल ऐप का परिचय
नवीनतम लॉन्च किया गया PMIS मोबाइल ऐप इंटर्नशिप आवेदन प्रक्रिया को अधिक सुलभ और प्रभावी बनाने का लक्ष्य रखता है। यह पहल शिक्षा और उद्योग की आवश्यकताओं के बीच की खाई को पाटने में मदद करेगी, जिससे युवाओं की रोजगार क्षमता में वृद्धि होगी।
PMIS ऐप की प्रमुख विशेषताएँ
- यूजर-फ्रेंडली इंटरफेस – सहज नेविगेशन और सरल डिज़ाइन।
- आसान पंजीकरण – उम्मीदवार आधार फेस ऑथेंटिकेशन का उपयोग करके आसानी से पंजीकरण कर सकते हैं।
- रियल-टाइम अपडेट – नए इंटर्नशिप अवसरों की जानकारी तुरंत प्राप्त होगी।
- बेहतर पहुंच – आवेदन प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी और आसान बनाएगा।
इस ऐप के माध्यम से इंटर्नशिप प्रक्रिया को डिजिटल और अधिक सुविधाजनक बनाया गया है, जिससे देश के युवा बेहतर अवसरों तक आसानी से पहुँच सकें।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) – राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) को राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और उद्योगों से आग्रह किया कि वे कुशल कार्यबल को विकसित करने में सक्रिय भूमिका निभाएं। वहीं, कॉर्पोरेट मामलों के राज्य मंत्री हर्ष मल्होत्रा ने कहा कि PMIS ऐप विभिन्न क्षेत्रों में इंटर्नशिप के अवसरों तक पहुंच को बेहतर बनाएगा।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) के बारे में
इस योजना की घोषणा केंद्रीय बजट 2024-25 में की गई थी, जिसका लक्ष्य अगले पाँच वर्षों में देश की शीर्ष 500 कंपनियों में एक करोड़ युवाओं को इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करना है।
PMIS का पायलट प्रोजेक्ट
पूर्ण रूप से लागू करने से पहले, अक्टूबर 2024 में पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया, जिसका उद्देश्य 1.25 लाख इंटर्नशिप अवसरों को सुलभ बनाना था। इस योजना को चरणबद्ध तरीके से लागू किया गया है ताकि सुचारू क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके।
पायलट प्रोजेक्ट की प्रगति
- राउंड-I (अक्टूबर 2024 – दिसंबर 2024)
- कुल इंटर्नशिप अवसर: 1.27 लाख
- भाग लेने वाली कंपनियाँ: 25 क्षेत्रों से 280 कंपनियाँ
- इंटर्नशिप स्थान: भारत के 745 जिलों में
- उम्मीदवारों को दिए गए ऑफर: 82,000+
यह योजना शिक्षा और उद्योग की आवश्यकताओं के बीच संतुलन बनाने के साथ-साथ युवाओं को व्यावसायिक अनुभव प्रदान करने के लिए बनाई गई है, जिससे भारत का कार्यबल अधिक प्रतिस्पर्धी और कुशल बन सके।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) – रोजगार और कौशल विकास की दिशा में एक कदम
राउंड-II (जनवरी 2025 – मार्च 2025)
- कुल इंटर्नशिप अवसर: 1.18 लाख
- भाग लेने वाली कंपनियाँ: 327 कंपनियाँ
- आवेदन विंडो: मार्च 2025 के अंत तक खुली
- कॉर्पोरेट भागीदारी: सरकार कंपनियों को प्रोत्साहित कर रही है ताकि वे युवाओं को व्यावहारिक प्रशिक्षण और उद्योग-अनुभव प्रदान कर सकें।
प्रधानमंत्री इंटर्नशिप योजना (PMIS) का प्रभाव
शिक्षा और उद्योग की जरूरतों के बीच सेतु
यह योजना शिक्षा और व्यावसायिक कौशल के बीच संतुलन स्थापित करने के लिए बनाई गई है, जिससे युवा अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद सीधे उद्योग में काम करने के लिए तैयार हो सकें।
कुशल कार्यबल का निर्माण
संरचित इंटर्नशिप कार्यक्रमों के माध्यम से युवा प्रतिभाओं को व्यावसायिक अनुभव प्रदान किया जाएगा, जिससे वे वैश्विक प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार हो सकें।
रोजगार के अवसरों में वृद्धि
एक करोड़ से अधिक इंटर्नशिप अवसरों के माध्यम से यह योजना युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोलने में मदद करेगी।
उद्योगों की भागीदारी और राष्ट्र निर्माण
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उद्योग जगत से आह्वान किया है कि वे संरचित इंटर्नशिप कार्यक्रमों के माध्यम से राष्ट्र निर्माण में योगदान दें।
कुशल कार्यबल का निर्माण
संरचित इंटर्नशिप कार्यक्रमों के माध्यम से, यह योजना युवाओं को उद्योग की जरूरतों के अनुसार कौशल विकसित करने में मदद करेगी। इससे भारतीय कार्यबल को वैश्विक स्तर पर अधिक प्रतिस्पर्धी बनाया जाएगा।
रोजगार के अवसरों में वृद्धि
सरकार एक करोड़ से अधिक इंटर्नशिप अवसरों की योजना बना रही है, जिससे नए स्नातकों और डिप्लोमा धारकों को रोजगार के अधिक अवसर मिलेंगे। यह पहल देश में युवा बेरोजगारी को कम करने में सहायक होगी।
उद्योगों की भागीदारी और राष्ट्र निर्माण
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने उद्योग जगत से अपील की है कि वे संरचित इंटर्नशिप कार्यक्रमों के माध्यम से युवा प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करें और राष्ट्र निर्माण में योगदान दें। कंपनियों की सक्रिय भागीदारी से भारत की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।