यूएई गोल्डन वीज़ा एक दीर्घकालिक निवास कार्यक्रम है जो दुनिया भर के निवेशकों, कुशल पेशेवरों, छात्रों और अन्य प्रतिभाशाली व्यक्तियों को आकर्षित करता है। हाल ही में, एक नई वीज़ा योजना पर काफ़ी ध्यान आकर्षित हुआ है, जिसकी कथित लागत 23 लाख रुपये है। लेकिन इसके पीछे की सच्चाई क्या है? आइए इसे सरल शब्दों में समझते हैं।
यूएई गोल्डन वीज़ा क्या है?
यूएई गोल्डन वीज़ा एक विशेष रेजिडेंसी वीज़ा है जो विदेशी नागरिकों को 5 या 10 वर्षों तक संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में बिना किसी स्थानीय स्पॉन्सर के रहने, काम करने और पढ़ाई करने की अनुमति देता है। यह वीज़ा नवीकरणीय (renewable) होता है और परिवार के साथ यूएई में स्थायी रूप से बसने का एक सुरक्षित विकल्प प्रदान करता है।
किन लोगों को यह वीज़ा दिया जाता है?
यूएई गोल्डन वीज़ा के लिए निम्नलिखित पात्र व्यक्ति आवेदन कर सकते हैं:
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निवेशक (Investors)
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उद्यमी (Entrepreneurs)
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विशेषज्ञ पेशेवर जैसे:
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डॉक्टर
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इंजीनियर
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आईटी विशेषज्ञ
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वैज्ञानिक और शोधकर्ता
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प्रतिभाशाली छात्र और उत्कृष्ट ग्रेजुएट्स
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कलाकार, खिलाड़ी और अन्य कुशल व्यक्ति
यह वीज़ा उन लोगों को आकर्षित करने के लिए है जो यूएई की अर्थव्यवस्था, समाज और नवाचार में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
23 लाख रुपये की गोल्डन वीज़ा योजना क्या है?
साल 2025 की शुरुआत में, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में एक नई वीज़ा स्कीम की चर्चा हुई, जो खासकर भारत और बांग्लादेश के नागरिकों के लिए बताई गई थी। रिपोर्ट्स के अनुसार:
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यूएई एक “लाइफटाइम गोल्डन वीज़ा” ऑफर कर रहा था।
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इसके लिए एकमुश्त भुगतान AED 100,000 (लगभग ₹23.3 लाख) देना होता।
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यह वीज़ा केवल “नॉमिनेशन के ज़रिए” उपलब्ध था।
इस खबर के सामने आने के बाद भारत में खासा उत्साह देखने को मिला। कुछ आव्रजन एजेंसियों ने तो ग्राहकों के बीच इस वीज़ा विकल्प का प्रचार भी शुरू कर दिया है।
यूएई सरकार का क्या कहना है?
यूएई की इमिग्रेशन अथॉरिटी — आईसीपी (Federal Authority for Identity, Citizenship, Customs & Port Security) — ने इन रिपोर्ट्स पर आधिकारिक प्रतिक्रिया दी और साफ किया:
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गोल्डन वीज़ा कोई बिकाऊ योजना नहीं है।
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AED 100,000 (लगभग ₹23 लाख) कोई “कीमत” नहीं, बल्कि प्रोसेसिंग फीस के तौर पर मांगा गया था — और वह भी सभी मामलों में लागू नहीं होता।
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गोल्डन वीज़ा पाने के लिए नॉमिनेशन जरूरी है, और उम्मीदवारों को कड़े सत्यापन प्रक्रियाओं से गुजरना होता है।
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कई एजेंसियों द्वारा किए गए प्रचार और दावे भ्रामक और गलत थे।
यूएई की कुछ एजेंसियां, जैसे कि Rayad Group, ने बाद में माफी मांगी और ऐसी गोल्डन वीज़ा सेवाएं देना बंद कर दिया।
2025 में वास्तविक गोल्डन वीज़ा प्रक्रिया क्या है?
नया तरीका: नॉमिनेशन-आधारित गोल्डन वीज़ा
2025 में, यूएई सरकार ने एक नया मार्ग शुरू किया है जिसके तहत भारत और बांग्लादेश जैसे देशों के प्रोफेशनल्स (विशेषज्ञ) आजीवन गोल्डन वीज़ा के लिए आवेदन कर सकते हैं — लेकिन केवल तभी जब उन्हें किसी यूएई संस्था द्वारा नामांकित किया गया हो।
मुख्य शर्तें और प्रक्रिया:
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नॉमिनेशन अनिवार्य:
उम्मीदवार को किसी सरकारी या अर्ध-सरकारी यूएई संस्था द्वारा नामांकित (nominated) किया जाना चाहिए। -
प्रोसेसिंग फीस:
चयनित होने पर AED 100,000 (लगभग ₹23 लाख) की प्रोसेसिंग फीस जमा करनी होगी।
(यह वीज़ा की कीमत नहीं है, केवल प्रोसेसिंग के लिए है।) -
दस्तावेज़ों की जांच:
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शैक्षणिक योग्यता और कार्य अनुभव
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सोशल मीडिया और ऑनलाइन गतिविधि का मूल्यांकन
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एंटी-मनी लॉन्डरिंग जांच (AML checks)
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आपराधिक रिकॉर्ड की क्लियरेंस
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यह वीज़ा सभी के लिए नहीं है:
यह विशेष रूप से उनके लिए है जिन्होंने अपने क्षेत्र में असाधारण योगदान दिया हो — जैसे कि:
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वैज्ञानिक, डॉक्टर, आईटी प्रोफेशनल्स
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कलाकार, खिलाड़ी, नवप्रवर्तक (innovators)
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सामाजिक कार्यकर्ता या उद्यमी जिनकी ख्याति अंतरराष्ट्रीय हो
गोल्डन वीज़ा के लाभ
यूएई का गोल्डन वीज़ा प्राप्त करने वाले व्यक्तियों को अनेक विशेष लाभ मिलते हैं, जो उन्हें एक स्थायी और सम्मानजनक जीवन जीने में मदद करते हैं।
मुख्य लाभ:
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दीर्घकालिक निवास
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5 वर्ष, 10 वर्ष या कुछ मामलों में आजीवन वीज़ा
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वीज़ा को बार-बार नवीनीकृत कराने की आवश्यकता नहीं
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स्थानीय प्रायोजक (Sponsor) की आवश्यकता नहीं
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पारंपरिक वीज़ा की तरह किसी यूएई नागरिक या कंपनी की स्पॉन्सरशिप नहीं चाहिए
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परिवार को साथ लाने की सुविधा
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पति/पत्नी, बच्चे, और घरेलू स्टाफ को साथ लाकर बस सकते हैं
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काम और व्यापार की स्वतंत्रता
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नौकरी, स्टार्टअप, निवेश या स्वतंत्र पेशेवर गतिविधियाँ करने की आज़ादी
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बैंकिंग, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा तक पहुँच
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यूएई की बैंकिंग प्रणाली, सरकारी अस्पताल और अंतरराष्ट्रीय स्कूलों की सुविधाएँ उपलब्ध
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छूट और विशेष सुविधाएं
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Esaad कार्ड जैसे सरकारी लाभ कार्ड के माध्यम से
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शॉपिंग, स्वास्थ्य सेवा, होटल, ट्रांसपोर्ट आदि में विशेष छूट
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आम मिथक और तथ्य
गोल्डन वीज़ा से जुड़ी भ्रांतियाँ और सच्चाई
| दावा | हकीकत |
| कोई भी ₹23 लाख देकर गोल्डन वीज़ा खरीद सकता है | गलत – केवल नामांकित पेशेवर ही आवेदन कर सकते हैं |
| AED 100,000 देने से वीज़ा मिलना तय है | गलत – यह केवल चयन के बाद की प्रोसेसिंग फीस है, वीज़ा की गारंटी नहीं |
| सभी वीज़ा कंसल्टेंट आधिकारिक होते हैं | गलत – कई एजेंसियाँ अनाधिकृत थीं और उन पर कानूनी कार्रवाई हुई |
| अब सभी भारतीयों को आजीवन गोल्डन वीज़ा मिलेगा | गलत – केवल चयनित और नामांकित व्यक्तियों को ही आजीवन वीज़ा मिल सकता है |
सही तरीके से यूएई गोल्डन वीज़ा के लिए आवेदन कैसे करें
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अपनी पात्रता जांचें
जानें कि आप किस श्रेणी में आते हैं:-
निवेशक (Investor)
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पेशेवर (Professional – जैसे डॉक्टर, इंजीनियर, शोधकर्ता)
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नामांकन प्राप्त व्यक्ति (Nomination-based)
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धोखाधड़ी से सावधान रहें
- उन एजेंटों से बचें जो “शॉर्टकट” या “गारंटीशुदा वीज़ा” का दावा करते हैं।
- केवल सरकारी और आधिकारिक माध्यमों से ही आवेदन करें।
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आधिकारिक चैनल का उपयोग करें
आवेदन के लिए निम्न सरकारी मंचों का उपयोग करें:-
आईसीपी (यूएई सरकार की वेबसाइट)
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आमेर केंद्र (दुबई में)
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जीडीआरएफए पोर्टल
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नामांकन मिलने पर क्या करें
यदि किसी यूएई सरकारी या अर्ध-सरकारी संस्था से नामांकन मिलता है:-
सभी आवश्यक दस्तावेज़ जैसे शिक्षा, अनुभव, सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल, और चरित्र प्रमाण पत्र सावधानीपूर्वक तैयार करें।
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सभी प्रक्रिया कानूनी तरीके से पूरी करें।
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