संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) नवंबर में चंद्रमा पर अपना प्रथम रोवर भेजेगा। इस अभियान के प्रबंधक ने हाल ही में यह जानकारी दी। चीन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) बाद की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए हाथ मिलाने पर सहमत हुए हैं। यूएई के मोहम्मद बिन राशिद स्पेस सेंटर (एमबीआरएससी) और चाइना नेशनल स्पेस एजेंसी (सीएनएसए) ने यूएई के चंद्रमा मिशन पर एक साथ काम करने के लिए एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। यह समझौता दोनों देशों के बीच पहली संयुक्त अंतरिक्ष परियोजना का प्रतीक है।
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बता दें रोवर का नामकरण ‘राशिद’ दुबई के सत्तारूढ़ परिवार के नाम पर किया गया है। इसे नौ नवंबर और 15 नवंबर के बीच अमेरिका के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी अंतरिक्ष स्टेशन से रवाना किया जाएगा। रोवर को फाल्कन 9 स्पेस एक्स रॉकेट के जरिये चंद्रमा पर भेजा जाएगा और इसे अगले साल मार्च में एक जापानी ‘लैंडर’ भारत के उपग्रह पर उतारेगा।
इस देश की सूची में शामिल
यह अभियान सफल रहने पर यूएई और जापान भी चंद्रमा की सतह पर अंतरिक्ष यान उतारने वाले देशों -अमेरिका, रूस और चीन- की सूची में शामिल हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि एक अमीराती उपग्रह मंगल ग्रह के वायुमंडल का अध्ययन करने के लिए ‘लाल ग्रह’ (मंगल) की परिक्रमा कर रहा है। राशिद रोवर का वजन 10 किग्रा है। यह दो हाई-रिजोल्यूशन कैमरा, एक माइक्रोस्कोपिक कैमरा, एक थर्मल इमेजरी कैमरा, एक जांच और अन्य उपकरण लेकर रवाना होगा।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य:
- चीन की राजधानी: बीजिंग;
- चीन मुद्रा: युआन;
- चीन के राष्ट्रपति: शी जिनपिंग;
- संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) राजधानी: अबू धाबी;
- संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) मुद्रा: दिरहम;
- संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के राष्ट्रपति: मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान;
- संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) प्रधान मंत्री: मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम।