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3 साल का बच्चा बना दुनिया का सबसे कम उम्र का FIDE रैंकिंग वाला खिलाड़ी

भारत ने दिसंबर 2025 में वैश्विक शतरंज जगत में एक और ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की, जब मध्य प्रदेश के 3 वर्षीय सर्वज्ञ सिंह कुशवाहा दुनिया के सबसे कम उम्र के आधिकारिक रेटेड शतरंज खिलाड़ी बन गए। सिर्फ 3 वर्ष, 7 महीने और 20 दिन की उम्र में सर्वज्ञ ने 1572 की FIDE रैपिड रेटिंग हासिल की—जो आधिकारिक मान्यता के लिए आवश्यक 1400 अंकों से काफी अधिक है। यह उपलब्धि न केवल उनकी प्रतिभा का प्रमाण है, बल्कि भारत की बढ़ती शतरंज शक्ति का भी संकेत है।

FIDE और शतरंज रेटिंग क्या है?

FIDE (International Chess Federation) शतरंज की वैश्विक शासी संस्था है, जो आधिकारिक टूर्नामेंट, रैंकिंग और नियमों की देखरेख करती है।

FIDE रेटिंग एक अंतरराष्ट्रीय पैमाना है जो खिलाड़ी की क्षमता को दर्शाता है। रेटिंग पाने के लिए:

  • खिलाड़ी को आधिकारिक FIDE टूर्नामेंट में खेलना होता है

  • कम से कम 5 रेटेड खिलाड़ियों के साथ मुकाबला जरूरी है

  • शुरुआती स्तर पर 1400 की प्रदर्शन क्षमता आवश्यक होती है

यह रेटिंग आगे चलकर FIDE मास्टर (FM), इंटरनेशनल मास्टर (IM) और ग्रैंडमास्टर (GM) जैसे प्रतिष्ठित खिताबों के लिए आधार बनती है।

सर्वज्ञ की शुरुआती यात्रा और तेज प्रगति

सर्वज्ञ का जन्म 2022 में मध्य प्रदेश के सागर जिले में हुआ।
सिर्फ ढाई साल की उम्र में उनके माता-पिता ने उनकी असाधारण सीखने की क्षमता को पहचाना। उन्हें खेल से परिचित कराने के एक सप्ताह के भीतर ही वे सभी शतरंज के मोहरों को पहचानने लगे।

2025 तक—

  • वे रोज़ लगभग 4–5 घंटे ट्रेनिंग करते थे

  • 1 घंटा कोचिंग

  • बाकी समय ऑनलाइन गेम और पज़ल्स

छोटी उम्र और कद के बावजूद, बड़े खिलाड़ियों के सामने वे लंबी बाज़ियां ध्यान से खेलते थे।

FIDE रेटिंग पाने के लिए उन्होंने कई वयस्क खिलाड़ियों को हराया, जिनमें शामिल हैं:

  • योगेश नामदेव — 20 वर्ष — रेटिंग 1696

  • अभिजीत अवस्थी — 22 वर्ष — रेटिंग 1542

  • शुभम चौरसिया — 29 वर्ष — रेटिंग 1559

उनकी 1572 की रैपिड रेटिंग न केवल उन्हें सबसे कम उम्र का रेटेड खिलाड़ी बनाती है, बल्कि यह उनकी प्रतिस्पर्धी क्षमता भी दिखाती है।

भारत और वैश्विक शतरंज पर इसका प्रभाव

भारत अब तेजी से वैश्विक शतरंज महाशक्ति के रूप में उभर रहा है।
आर. प्रज्ञानानंदा, डी. गुकेश जैसे दिग्गजों की पंक्ति में अब सर्वज्ञ जैसे नन्हे प्रतिभाशाली खिलाड़ी भी शामिल हो रहे हैं।

भारत में इस तेज़ वृद्धि के कारण:

  • बेहतर ग्रासरूट कोचिंग

  • ऑनलाइन शतरंज का प्रसार

  • प्रोफेशनल शतरंज का बढ़ता आकर्षण

  • बच्चों में बढ़ती भागीदारी

5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का इस स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनना शतरंज की बदलती वैश्विक प्रवृत्ति को दर्शाता है।

आगे की राह

सर्वज्ञ की उपलब्धि अद्वितीय है, परंतु विशेषज्ञों के बीच शुरुआती उम्र में अत्यधिक प्रशिक्षण को लेकर बहस भी है।
बचपन के संतुलित विकास के साथ प्रतिस्पर्धी खेल को संतुलित रखना बेहद ज़रूरी होगा।

फिर भी, इतनी कम उम्र में FIDE रेटिंग मिलना उन्हें लंबी अवधि का अवसर देता है—जहाँ वे कौशल को निखारकर भविष्य में सबसे कम उम्र के ग्रैंडमास्टरों में शामिल हो सकते हैं।

स्टैटिक जानकारी: FIDE-रेटेड खिलाड़ी कैसे बनते हैं?

FIDE रेटिंग प्राप्त करने के लिए खिलाड़ी को:

  • FIDE मान्यता प्राप्त टूर्नामेंट में भाग लेना होता है

  • 5 या अधिक रेटेड खिलाड़ियों से मुकाबला करना होता है

  • न्यूनतम 1400 प्रदर्शन स्तर दिखाना आवश्यक है

  • टूर्नामेंट के बाद रेटिंग परिणामों के आधार पर बदलती रहती है

सर्वज्ञ की शुरुआती रेटिंग रैपिड फॉर्मेट में प्राप्त हुई है।

मुख्य बिंदु 

  • सर्वज्ञ सिंह कुशवाहा (3 वर्ष 7 माह) दुनिया के सबसे कम उम्र के FIDE-रेटेड शतरंज खिलाड़ी बने

  • उन्होंने 1572 की रैपिड रेटिंग हासिल की

  • 20–29 वर्ष के कई वयस्क रेटेड खिलाड़ियों को हराया

  • रोज़ 5 घंटे तक अभ्यास—ढाई साल की उम्र से शतरंज की शुरुआत

  • भारत की तेजी से बढ़ती शतरंज प्रतिभा को दर्शाता है

  • विशेषज्ञ शुरुआती उम्र में संतुलित प्रशिक्षण के महत्व पर जोर देते हैं

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