तीसरा वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस इसी साल नवंबर में होने जा रहा है। इसमें उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत और मां अमृतानंदमयी के साथ-साथ पूरी दुनिया से हिंदू संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसके साथ ही दुनिया के प्रमुख बौद्ध गुरुओं को भी आमंत्रित किया गया है।
वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस का आयोजक
वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस का आयोजन वर्ड हिंदू फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है। इसके ट्रस्टी स्वामी विज्ञानानंद हैं। स्वामी विज्ञानानंद, विश्व हिंदू फाउंडेशन के प्रबंध न्यासी के साथ ही ‘विश्व हिंदू परिषद’ (विहिप) के संयुक्त महासचिव भी हैं।
पहला वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस
पहला वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस 2014 में दिल्ली में और दूसरा 2018 में अमेरिका के शिकागो में हुआ था। वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस का आयोजन करने वाले वर्ड हिंदू फाउंडेशन के ट्रस्टी स्वामी विज्ञानानंद ने कहा कि बैंकाक के कांग्रेस में दुनिया के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदुओं के साथ हो रहे भेदभाव और उससे निपटने के तरीकों के साथ ही हिंदुओं की उपलब्धियों पर चर्चा होगी।
बौद्ध बुद्धिजीवियों को भी आमंत्रित किया गया
पूर्वी एशिया के देशों से भारत के प्राचीन रिश्तों को देखते हुए बैंकाक में होने वाले वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस को अहम माना जा रहा है। भारत सरकार भी लुक ईस्ट पालिसी के तहत पूर्वी एशियाई देशों के साथ संबंधों को सुधारने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि इसे सिर्फ हिंदुओं के प्रतिनिधियों तक सीमित रखा गया है, लेकिन बौद्ध धर्म के साथ हिंदू धर्म के घनिष्ट संबंधों को देखते हुए कुछ बौद्ध बुद्धिजीवियों और गुरूओं को भी आमंत्रित किया गया है।
आयोजन का मुद्दा
- ट्रस्टी स्वामी विज्ञानानंद के अनुसार बैंकाक के कांग्रेस में विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में हिंदुओं के साथ हो रहे भेदभाव और उससे निपटने के तरीकों के साथ ही हिंदुओं की उपलब्धियों पर चर्चा की जाएगी।
- वर्ड हिंदू फाउंडेशन के अनुसार विश्व के लगभग 200 देशों में 1.2 अरब हिंदू रहते हैं और यह फोरम जाति, नस्ल, लिंग, भाषा या अन्य किसी भेदभाव के एकजगह एकजुट होकर विचार-विमर्श करने का अवसर प्रदान करता है।
- दिल्ली में हुए पहले वर्ल्ड हिंदू कांग्रेस में तिब्बती बौद्ध धर्म गुरू दलाई लामा भाग ले चुके हैं।
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