पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ‘रिवर्स स्विंग’ नाम के किताब का विमोचन किया। दी रिवर्स स्विंग कॉलोनियलिज्म टू कोऑपरेशन किताब (The Reverse Swing Colonialism to Cooperation book) को अशोक टंडन द्वारा लिखा गया है और प्रभात प्रकाशन द्वारा पब्लिश किया गया है। आज गांधी स्मृति में इसे पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पूरी द्वारा लॉन्च किया गया।
ये किताब कई सदियों से चली आ रही विदेशी पराधीनता की दर्दनाक यादों को पीछे छोड़ते हुए नए भारत के गौरव को दर्शाती है। 17वीं शताब्दी में यूरोपीय लोग भारत के साथ व्यापार करने के लिए आकर्षित थे क्योंकि भारत सोने की चिड़िया था जहां पर मसाले, चाय और रेशम का उत्पादन होता था।
हरदीप सिंह पूरी ने क्या कहा?
हरदीप सिंह पूरी ने कहा कि मुझे याद है कि गांधी जी को लेकर न्यूयॉर्क में दक्षिण अफ्रीकी हाई कमिश्नर ने मुझसे कहा था कि आपने हमारे पास एक बैरिस्टर भेजा था और यहां से निकलने पर वे एक महात्मा बन गए।
इस किताब में क्या कहा गया?
इस किताब में आजादी के बाद से ऐतिहासिक घटनाओं और भारत-ब्रिटेन संबंधों में आए परिवर्तन के बारे में बताया है। 1947 में स्वतंत्रता के बाद कैसे भारत ने विभिन्न क्षेत्रों में कामयाबी हासिल की और दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गई।
केंद्रीय मंत्री पुरी ने कहा कि किताब में एक चैप्टर महात्मा गांधी पर है। हम सभी राष्ट्रपिता के अनुयायी हैं। भारत निर्माण में, अभिजात्य राष्ट्रीय आंदोलन और आम जनता के बीच सेतु बनाने में उनकी भूमिका का दस्तावेजी रूप में अच्छी तरह उल्लेख है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी अपने आप में थोड़े जटिल शख्सियत थे। ब्रिटेन में रहते हुए उन्होंने दरअसल प्रथम विश्व युद्ध में जंग के प्रयासों के लिए भारत की मदद भेजने को कहा था. दस्तावेजों में यह भलीभांति अंकित है।