तमिलनाडु ,भारत में अपना जलवायु परिवर्तन मिशन शुरू करने वाला पहला राज्य बन गया है। तमिलनाडु जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में 9 दिसंबर 2022 को राज्य जलवायु परिवर्तन मिशन का शुभारंभ करते हुए, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने कहा कि राज्य 2070 के राष्ट्रीय लक्ष्य से बहुत पहले कार्बन तटस्थता प्राप्त कर लेगा। तमिलनाडु जलवायु शिखर सम्मेलन 8 और 9 दिसंबर 2022 को चेन्नई में आयोजित किया गया था। कार्बन न्यूट्रल का तात्पर्य वातावरण से कार्बन डाइऑक्साइड की उतनी मात्रा को विभिन्न तरीकों से हटाने से है, जितनी मात्रा में कार्बन डाइऑक्साइड का उत्सर्जन हों रहा है ताकि उत्पादन और हटाई गयी मात्रा कुल मिला कर शून्य हो।
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तमिलनाडु जलवायु परिवर्तन मिशन के बारे में
- राज्य सरकार ने 2021-2022 के बजट में जलवायु परिवर्तन प्रबंधन और शमन गतिविधियों को शुरू करने के लिए 500 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ तमिलनाडु जलवायु परिवर्तन मिशन शुरू करने की घोषणा की थी।
- राज्य सरकार ने तमिलनाडु ग्रीन क्लाइमेट कंपनी की स्थापना की, जो तीन प्रमुख प्रकृति संरक्षण परियोजनाओं अर्थात् ग्रीन तमिलनाडु मिशन, तमिलनाडु वेटलैंड्स और तमिलनाडु क्लाइमेट चेंज को लागू करने के लिए एक विशेष प्रयोजन वाहन है।
- तमिलनाडु जलवायु परिवर्तन मिशन को जिला स्तर पर लागू किया जाएगा और इसे जिला स्तर पर नियुक्त जलवायु अधिकारियों द्वारा समन्वित और कार्यान्वित किया जाएगा।
- तमिलनाडु सरकार ने जलवायु परिवर्तन मिशन के लिए संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम के पूर्व निदेशक एरिक सोलहेम को अपना सलाहकार नियुक्त किया है।