भारत सरकार ने गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया और गुजरात उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति जमशेद बुर्जोर परदीवाला को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में नियुक्त करने की अधिसूचना ज़ारी की है। भारत के मुख्य न्यायाधीश एन.वी. रमना की अध्यक्षता वाले कॉलेजियम ने 5 मई को नियुक्ति के लिए उनके नामों की सिफारिश की थी। कॉलेजियम के अन्य सदस्य जस्टिस यूयू ललित, ए.एम. खानविलकर, डी.वाई. चंद्रचूड़ और एल. नागेश्वर राव हैं।
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वर्तमान में, सर्वोच्च न्यायालय में 34 न्यायाधीशों की स्वीकृत स्ट्रेंथ के मुकाबले न्यायाधीशों की संख्या 32 है। नई नियुक्तियों से 34-न्यायाधीशों की ताकत हासिल करने में मदद मिलेगी, लेकिन दो अन्य रिक्तियां जल्द ही होने वाली हैं। न्यायमूर्ति विनीत सरन 10 मई को सेवानिवृत्त होंगे और न्यायमूर्ति नागेश्वर राव 7 जून को सेवानिवृत्त होंगे।
न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया के बारे में (About Justice Sudhanshu Dhulia)
न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के सुदूरवर्ती गांव मदनपुर के रहने वाले हैं। उनकी प्रारंभिक शिक्षा देहरादून और इलाहाबाद में हुई और वे सैनिक स्कूल, लखनऊ के पूर्व छात्र हैं। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय से स्नातक और क़ानून की पढ़ाई की।
न्यायमूर्ति जमशेद बुर्जोर परदीवाला के बारे में (About Justice Jamshed Burjor Pardiwala):
न्यायमूर्ति पारदीवाला का जन्म मुंबई में हुआ था और उन्होंने अपनी स्कूली शिक्षा अपने गृह नगर वलसाड (दक्षिण गुजरात) के सेंट जोसेफ कॉन्वेंट स्कूल में की। उन्होंने जेपी आर्ट्स कॉलेज, वलसाड से स्नातक किया और 1988 में के.एम. मुलजी लॉ कॉलेज, वलसाड से क़ानून की डिग्री हासिल की।