भारतीय
अंतरिक्ष स्टार्टअप, स्काईरूट एयरोस्पेस ने एक सॉलिड प्रोपल्शन रॉकेट
इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया है, जिसका नाम कलाम-5 है. इसके साथ, यह एक पूर्ण ठोस ईंधन वाले रॉकेट चरण का सफलतापूर्वक
डिजाइन, विकास
और परीक्षण करने वाली भारत की पहली निजी कंपनी बन गई है. इस महत्वपूर्ण प्रोपल्शन तकनीक
का उपयोग उनके पहले रॉकेट विक्रम-1 के लिए
किया जाएगा, जो सक्रिय विनिर्माण के तहत है और इसे दिसंबर 2021 में
इसरो की मदद से लॉन्च करने का लक्ष्य है.
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कलाम के विषय में:
कलाम
पांच ठोस ईंधन वाले रॉकेट इंजनों की एक श्रृंखला है जिसमें 5kN से
लेकर 1000kN (लगभग 100TN)
तक का थ्रस्ट है. शेष चार मोटर्स विनिर्माण के
विभिन्न चरणों में हैं और 2021
में इसका परीक्षण किया जाएगा.
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य:
- स्काईरूट एयरोस्पेस के संस्थापक और सीईओ: पवन कुमार चंदना.
- स्काईरूट एयरोस्पेस की स्थापना: 12 जून 2018.
- स्काईरूट एयरोस्पेस का मुख्यालय: हैदराबाद.