स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) ने सीपरी ईयरबुक 2018 के निष्कर्ष लॉन्च किए, जो हथियारों, निरस्त्रीकरण और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा की वर्तमान स्थिति का आकलन करते हैं.
निष्कर्ष के मुख्य तथ्य:
1. सभी परमाणु हथियार रखने वाले राज्य नए परमाणु हथियार प्रणालियों का विकास कर रहे हैं और अपने मौजूदा सिस्टम का आधुनिकीकरण कर रहे हैं;
2. दुनिया भर में शांति संचालन के साथ तैनात कर्मियों की संख्या में गिरावट जारी है जबकि मांग बढ़ रही है.
PC-SIPRI
2018 की शुरुआत में नौ राज्यों – संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इज़राइल और डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (उत्तरी कोरिया) के पास – लगभग 14,465 परमाणु हथियार थे. इसने लगभग 14, 935 परमाणु हथियारों से कमी देखी जिसका अनुमान सीपरी ने 2017 की शुरुआत में इन राज्यों के लिए लगाया था.
दुनिया में परमाणु हथियारों की कुल संख्या में कमी मुख्य रूप से रूस और संयुक्त राज्य अमेरिका के कारण है – जो कि अभी भी सभी परमाणु हथियार का लगभग 92% है और आगे 2010 की संधि के कार्यान्वयन के अनुसार सामरिक आपत्तिजनक हथियारों की सीमा और उसमें कमी के लिए अपनी सामरिक परमाणु बलों को कम कर रही है.
स्रोत- sipri.org



मेटा इंडिया ने अमन जैन को सार्वजनिक नीति...
Year Ender 2025: भारत में प्रमुख संवैधान...
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने परमाणु ऊर्जा क्षे...

