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सिडबी का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2025 में 19.5% बढ़कर सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंचा

भारतीय लघु उद्योग विकास बैंक (SIDBI) ने वित्तीय वर्ष 2024–25 में 19.5% की वृद्धि के साथ ₹4,811 करोड़ का अब तक का सबसे अधिक शुद्ध लाभ दर्ज किया। यह उपलब्धि देश के MSME (सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम) क्षेत्र में उसकी केंद्रीय भूमिका और मजबूत वित्तीय प्रदर्शन को दर्शाती है। डिजिटल नवाचार, हरित वित्त (Green Finance) और वित्तीय समावेशन पर ध्यान केंद्रित करते हुए SIDBI भारत की आर्थिक प्रगति का एक अहम स्तंभ बना हुआ है।

वित्तीय प्रदर्शन (FY25)

  • शुद्ध लाभ: ₹4,026 करोड़ (FY24) से बढ़कर ₹4,811 करोड़

  • बैलेंस शीट: ₹5.6 लाख करोड़ से अधिक (₹5,68,238 करोड़), 8.7% वृद्धि

  • ऋण व अग्रिम पोर्टफोलियो: ₹4,96,282 करोड़ (8.8% वृद्धि)

  • कुल आय: ₹38,511 करोड़ (20.6% वृद्धि)

  • EPS (प्रति शेयर आय): ₹84.62

  • लाभांश: वार्षिक आम बैठक (AGM) में 20% लाभांश स्वीकृत

परिसंपत्ति गुणवत्ता व ऋण रणनीति

  • Gross NPA: केवल 0.04%

  • Net NPA: 0% (उत्कृष्ट रिकवरी और मजबूत क्रेडिट प्रणाली का संकेत)

  • डिजिटल ऋण प्रक्रिया: EXPRESS Loan Platform जैसी स्वचालित प्रणाली से त्वरित ऋण स्वीकृति

  • हरित वित्त: स्वच्छ ऊर्जा परियोजनाओं और पर्यावरण अनुकूल उत्पादन को MSME क्षेत्र में प्रोत्साहन

रणनीतिक फोकस व विस्तार

  • FY25 और FY26 में नई शाखाएँ खोलकर पिछड़े क्षेत्रों तक पहुंच का विस्तार

  • सरकारी योजनाओं व साझेदारियों के जरिए MSME क्षेत्र में गहन क्रेडिट पहुँच

  • महिला उद्यमियों, प्रथम बार उधार लेने वालों व ग्रामीण उद्यमों पर विशेष ध्यान

  • वित्तीय समावेशन और MSME लचीलापन को मजबूत बनाने की दिशा में अग्रसर

स्थैतिक तथ्य (SIDBI)

  • स्थापना: 2 अप्रैल 1990

  • मुख्यालय: लखनऊ, उत्तर प्रदेश

  • नियामक: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI)

  • स्वामित्व: भारत सरकार (बहुमत हिस्सेदारी)

  • उद्देश्य: MSME क्षेत्र का संवर्धन, वित्तपोषण और विकास

  • अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक (FY25): मनो‍ज मित्तल

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