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SBI ने वित्त वर्ष 2025 में बॉन्ड के जरिए 50,000 करोड़ रुपये जुटाए, ग्रामीण ऋण पहुंच को मजबूत किया

देश के सबसे बड़े ऋणदाता भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने वित्त वर्ष 2024-25 (FY25) में घरेलू बॉन्ड जारी करके ₹50,000 करोड़ जुटाए हैं। यह उपलब्धि SBI की मजबूत वित्तीय स्थिति और आर्थिक विकास तथा वित्तीय समावेशन में इसके योगदान को दर्शाती है, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में। ये धनराशि दीर्घकालिक विकास, बुनियादी ढांचा परियोजनाओं और महिला व छोटे व्यवसायिक उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए सामरिक साझेदारियों में उपयोग की जाएगी।

SBI के बॉन्ड जारी करने के मुख्य बिंदु

SBI ने FY25 में ₹50,000 करोड़ की राशि तीन प्रकार के बॉन्ड के माध्यम से जुटाई:

  1. AT1 बॉन्ड:
    • राशि: ₹5,000 करोड़
    • प्रकार: परपेचुअल (हमेशा के लिए)
    • कॉल ऑप्शन: 10 वर्षों के बाद
  2. टियर 2 बॉन्ड:
    • राशि: ₹15,000 करोड़
    • अवधि: 15 वर्ष
    • कॉल ऑप्शन: 10 वर्षों के बाद
  3. दीर्घकालिक बॉन्ड (लॉन्ग-टर्म बॉन्ड):
    • राशि: ₹30,000 करोड़
    • अवधि: 15 वर्ष
  • बॉन्ड्स की ओवरसब्सक्रिप्शन: ये बॉन्ड दो गुना से अधिक सब्सक्राइब हुए, जिसमें भविष्य निधि, पेंशन फंड और म्यूचुअल फंड जैसे संस्थागत निवेशकों की मजबूत रुचि रही।
  • रेटिंग:
    • टियर 2 और लॉन्ग-टर्म बॉन्ड्स: AAA रेटिंग
    • AT1 बॉन्ड: AA+ रेटिंग
      यह SBI की वित्तीय स्थिरता को दर्शाता है।

ग्रामीण उद्यमियों को सशक्त बनाना

SBI और मुथूट माइक्रोफिन की साझेदारी

SBI ने मुथूट माइक्रोफिन के साथ साझेदारी में ₹500 करोड़ के सस्ते ऋण ग्रामीण उद्यमियों को प्रदान करने का लक्ष्य रखा है।

  • लक्ष्य समूह:
    • महिला उद्यमी
    • छोटे व्यवसाय
    • कृषि वेंचर
    • संयुक्त देयता समूह (Joint Liability Groups – JLGs)
  • ऋण राशि: ₹50,000 से ₹3 लाख तक।
  • ऋण वितरण: ₹100 करोड़ की किश्तों में वितरित किया जाएगा।
  • महिला सशक्तिकरण: यह पहल विशेष रूप से ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाने पर केंद्रित है, जिससे सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।

समाचार का सारांश

Why in News Key Points
एसबीआई ने वित्त वर्ष 2025 में बॉन्ड के जरिए ₹50,000 करोड़ जुटाए जुटाई गई राशि: वित्त वर्ष 25 में घरेलू बॉन्ड के माध्यम से ₹50,000 करोड़।

जारी किए गए बॉन्ड के प्रकार: AT1 बॉन्ड (₹5,000 करोड़), टियर 2 बॉन्ड (₹15,000 करोड़), दीर्घकालिक बॉन्ड (₹30,000 करोड़)।

निवेशकों की रुचि: 2 गुना अधिक सब्सक्राइब, प्रमुख निवेशकों में प्रोविडेंट फंड, पेंशन फंड, बीमा कंपनियां, म्यूचुअल फंड और बैंक शामिल हैं।

बॉन्ड की अवधि: टियर 2 और दीर्घकालिक बॉन्ड के लिए 15 साल, AT1 बॉन्ड के लिए स्थायी।

रेटिंग: टियर 2 और दीर्घकालिक बॉन्ड को AAA रेटिंग दी गई है, AT1 बॉन्ड को AA+ रेटिंग दी गई है।

SBI की भूमिका: भारत में सबसे बड़ा ऋणदाता, बुनियादी ढांचे और दीर्घकालिक विकास के लिए धन जुटाने में महत्वपूर्ण है।

मुथूट माइक्रोफिन के साथ सहयोग ऋण राशि: ₹500 करोड़ सह-ऋण पहल।
लक्षित लाभार्थी: ग्रामीण उद्यमी, महिलाएँ, संयुक्त देयता समूह (जेएलजी)।
ऋण सीमा: ₹50,000 से ₹3 लाख।
फोकस क्षेत्र: ग्रामीण भारत में महिलाओं को सशक्त बनाना और छोटे व्यवसायों का समर्थन करना।
ऋण संवितरण: ₹100 करोड़ की किश्तों में।
मुख्य वित्तीय विवरण बांड की अवधि: टियर 2 और दीर्घकालिक बांड के लिए 15 वर्ष; एटी 1 बांड के लिए स्थायी।

एसबीआई अध्यक्ष: सीएस सेट्टी।

SBI ने वित्त वर्ष 2025 में बॉन्ड के जरिए 50,000 करोड़ रुपये जुटाए, ग्रामीण ऋण पहुंच को मजबूत किया |_3.1

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