भारत सरकार ने भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के वर्तमान प्रबंध निदेशक सत पाल भानू को निगम का अंतरिम मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) और प्रबंध निदेशक (MD) नियुक्त किया है। यह नियुक्ति पूर्व CEO और MD सिद्धार्थ मोहंती के कार्यकाल की समाप्ति के बाद की गई है। भानू 8 जून 2025 से अगले तीन महीनों तक या जब तक कोई स्थायी उत्तराधिकारी नियुक्त नहीं हो जाता (जो भी पहले हो), इस महत्वपूर्ण पद की जिम्मेदारी संभालेंगे। यह कदम LIC के संचालन में निरंतरता बनाए रखने और शीर्ष स्तर पर प्रशासनिक स्थिरता सुनिश्चित करने के उद्देश्य से उठाया गया है।
समाचार में क्यों?
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LIC भारत की सबसे बड़ी जीवन बीमा कंपनी है और इसके शीर्ष नेतृत्व में बदलाव पर बाजार और हितधारकों की करीबी नजर रहती है।
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वित्त मंत्रालय के तहत वित्तीय सेवा विभाग (DFS) ने यह अधिसूचना जारी की, जिससे भानू को पूर्ण वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार दिए गए हैं।
नियुक्ति का कारण
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पूर्व CEO एवं MD सिद्धार्थ मोहंती का कार्यकाल जून 2025 में समाप्त हुआ।
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LIC के संचालन में निरंतरता बनाए रखने के लिए अनुभवी नेतृत्व की आवश्यकता थी।
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सत पाल भानू वर्तमान में LIC के प्रबंध निदेशक के रूप में कार्यरत थे और एक स्वाभाविक विकल्प माने गए।
सत पाल भानू के बारे में
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बीमा और वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में लंबा अनुभव।
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LIC के विभिन्न विभागों और रणनीतिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभा चुके हैं।
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नेतृत्व परिवर्तन के दौरान संगठन में स्थिरता बनाए रखने के लिए उपयुक्त माने जाते हैं।
कार्यकाल विवरण
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प्रभावी तिथि: 8 जून 2025
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कार्यकाल की समाप्ति: 7 सितंबर 2025 तक या स्थायी CEO/MD की नियुक्ति तक
LIC नेतृत्व का महत्व
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LIC न केवल बीमा क्षेत्र में अग्रणी है, बल्कि पूंजी बाजार में भी एक प्रमुख निवेशक है।
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नेतृत्व में बदलाव से बाजार की धारणा, निवेशकों का विश्वास और पॉलिसीधारकों की मानसिकता प्रभावित हो सकती है।
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ऐसे समय में एक अनुभवी अधिकारी का शीर्ष पद पर होना रणनीतिक स्थिरता सुनिश्चित करता है।